रविवार को नगर निगम की टीम ने पीएससी वाली गली, गंगा मंदिर के पास मौजूद डेरी मालिकों पर शिकंजा कसने का फैसला लिया। जब टीम डेरी संचालक रफीक पुत्र अब्दुल सलामुद्दीन और सारिक पुत्र सलामुद्दीन की डेरी पर पहुंची तो वहां का नजारा बेहद खराब मिला। नालियों में गोबर भरा था, सड़क पर कीचड़ और बदबू फैली थी। डेरी परिसर गंदगी से बजबजा रहा था।
स्वच्छ भारत मिशन के तहत टीम ने दोनों डेरी संचालकों को चेतावनी दी और मौके पर ही जुर्माना जमा करने को कहा। लेकिन रफीक और सारिक ने जुर्माना देने से इनकार कर दिया और नगर निगम टीम के साथ तू-तू मैं-मैं पर उतर आए। इस दौरान मोहल्ले के ही एक अन्य डेरी संचालक मोहम्मद इकबाल पुत्र स्वर्गीय मोहम्मद अली भी मौके पर पहुंच गया। वह भी निगम टीम के विरोध में उतर आया और अन्य डेरी संचालकों को भड़काने लगा।
हंगामा बढ़ता देख नगर निगम की टीम को कार्रवाई बीच में ही रोकनी पड़ी। नगर स्वास्थ्य अधिकारी भानुप्रकाश का कहना है कि यह पहली बार नहीं है, जब इन डेरी संचालकों ने सफाई अभियान में बाधा डाली हो। इससे पहले भी टीम के साथ इसी तरह का दुर्व्यवहार किया जा चुका है। सफाई इंस्पेक्टर मेघ सिंह ने तीनों डेरी संचालकों के खिलाफ किला थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
स्थानीय लोगों ने भी डेरी संचालकों पर नालियों में गोबर बहाने और सड़क को गंदा करने का आरोप लगाया है। इससे पूरे मोहल्ले में बदबू फैली रहती है और संक्रमण फैलने का खतरा बना रहता है। निगम अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही दोबारा अभियान चलाकर सख्ती से कार्रवाई की जाएगी।