राष्ट्रीय आह्वान के तहत किसान नेता मंडल अध्यक्ष सतविंदर सिंह काहलो, जिलाध्यक्ष वेदप्रकाश और युवा जिलाध्यक्ष गुरदीप सिंह गोगी की अगुवाई में सुबह से ही मंडी समिति में जुटना शुरू हो गया। दोपहर 12 बजे के करीब ट्रैक्टरों का काफिला नारेबाजी करता हुआ टनकपुर हाईवे पर निकला। गौहनिया चौराहा होते हुए कलक्ट्रेट तिराहे पर पहुंचते ही पुलिस ने बैरिकेड लगाकर रोकने की कोशिश की।
10 मिनट की जद्दोजहद, फिर रास्ता साफ
शहर कोतवाल राजीव कुमार सिंह और सुनगढ़ी इंस्पेक्टर पवन कुमार पांडेय के नेतृत्व में पुलिस ने ट्रैक्टरों को रोकने के लिए बैरिकेड लगाए, जिस पर किसानों ने विरोध जताया। करीब 10 मिनट तक बहस और खींचतान चली। इसी दौरान सीओ सिटी दीपक चतुर्वेदी मौके पर पहुंचे और किसान नेताओं से बात की। आखिरकार कुछ ट्रैक्टरों को अंदर जाने की इजाजत मिली, जबकि बाकी किसान ट्रैक्टर लेकर डीएम दफ्तर के बाहर डटे रहे।
मांगों की झड़ी, चेतावनी भी दी
डीएम ज्ञानेंद्र सिंह को सौंपे गए ज्ञापन में किसानों ने यूरिया की कालाबाजारी और अवैध गोदामों पर कार्रवाई, बढ़े हुए धान रकबे के हिसाब से खरीद केंद्र बढ़ाने, गेहूं-आलू-गन्ना के लिए एनपीके और डीएपी की पर्याप्त आपूर्ति, पीलीभीत–माधोटांडा रोड की मरम्मत, सड़ा नाले की पुलिया तोड़ने के बाद बदहाल वैकल्पिक मार्ग की सुधार और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य जैसी 9 प्रमुख मांगें रखीं।