इन वीडियो और पोस्टों के जरिए समुदाय विशेष के लोगों को भड़काने और सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने की कोशिश की गई। इसकेचलते पुलिस ने इंटेलिजेंस एजेंसियों को भी सतर्क कर दिया है।
संभावित प्रतिबंध की तैयारी
राज्य सरकार तक यदि इन रिपोर्ट्स का निष्कर्ष पहुंचता है, तो हैदरी दल पर प्रतिबंध की कार्रवाई की जा सकती है। सूत्रों के अनुसार, पुलिस पहले ही इसकी गतिविधियों को लेकर गोपनीय रिपोर्ट शासन को भेज चुकी है। सीओ प्रथम आशुतोष शिवम ने स्पष्ट कहा—
> “हैदरी दल के सदस्य किसी मुगालते में न रहें। किसी की निजता में दखल देना, वीडियो बनाना और वायरल करना कानूनन अपराधहै। आरोपियों की पहचान कर ली गई है, जल्द गिरफ्तारी होगी।” मौलाना की अपील: कानून हाथ में न लें
हैदरी दल से जुड़े कुछ युवकों ने ऑल इंडिया रजा एक्शन कमेटी के युवा अध्यक्ष मौलाना अब्दुल्ला रज़ा कादरी से संपर्क कर मददमांगी। इस पर मौलाना ने कहा— > “कानून को हाथ में न लें। अवैध रिश्तों की जानकारी हो तो संबंधित परिवार को सूचित करें, न कि खुद फैसला करें। सोशल मीडियाका इस्तेमाल जिम्मेदारी से करें।”