गुरुवार रात करीब 9:30 बजे बिजेंद्र जैसे ही मोबाइल चार्ज करने के लिए बोर्ड में प्लग लगा रहा था, तभी तेज करंट ने उसे अपनी चपेट में ले लिया। हाई वोल्टेज करंट इतना जबरदस्त था कि बिजेंद्र को संभलने का मौका भी नहीं मिला। उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
गांव में दौड़ा करंट, लोग घर छोड़ भागे
करंट की तीव्रता इतनी अधिक थी कि उसका असर पूरे गांव में दिखा। कई घरों में बिजली के उपकरण जल गए और दीवारों तक में करंट दौड़ गया। गांव में चीख-पुकार मच गई और डर से लोग घर छोड़कर बाहर भागने लगे। कई ग्रामीण झुलस भी गए हैं।
हाईटेंशन लाइन बनी हादसे की वजह
ग्रामीणों का आरोप है कि गांव के ऊपर से गुजर रही 11 हजार वोल्ट की हाईटेंशन लाइन का करंट अचानक गांव में उतर आया। इसी के चलते यह बड़ा हादसा हुआ। इससे पहले भी ग्रामीण कई बार तारों की हालत और ट्रांसफार्मर की खराबी की शिकायत कर चुके हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
बिजली विभाग की घोर लापरवाही
हैरानी की बात यह रही कि इतनी गंभीर घटना के बावजूद बिजली विभाग का एक भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। ग्रामीणों ने बताया कि हादसे के तुरंत बाद अधिकारियों को फोन किए गए, लेकिन किसी ने फोन तक नहीं उठाया।
कार्रवाई की मांग
ग्रामीणों में बिजली विभाग के खिलाफ भारी गुस्सा है। उन्होंने विभाग की लापरवाही पर नाराजगी जताते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर समय पर विभाग की टीम सक्रिय होती, तो इस जानलेवा हादसे को टाला जा सकता था।