रात होने से बच गए
सुपरवाइजर रीना बारिया ने बताया कि इस आंगनवाड़ी में 30 बच्चे पढ़ते हैं। हादसा रात में होने से इन बच्चों की जान बच गई। सोमवार सुबह विभाग को सूचना देकर आंगनवाड़ी केन्द्र अन्य विद्यालय में संचालित किया गया।स्थिति सुधार की मांग
कलक्टर एवं माहिला एवं बाल विकास विभाग से आंगनवाड़ी केन्द्रों की स्थितियों को सुधारने की मांग की है।मणि देवी, सरंपच