विमान हादसा: राजस्थान का डॉक्टर परिवार खत्म, अब तक शव का कुछ पता नहीं, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
Plane Crash: अहमदाबाद विमान हादसा में राजस्थान के बांसवाड़ा का डॉक्टर परिवार खत्म हो गया। अब तक शवों का कुछ पता नहीं चल रहा है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। DNA सैंपल दिए 24 घंटे से अधिक समय बीत गया।
बांसवाड़ा। अहमदाबाद विमान हादसे में जान गंवाने वाले मोहन कॉलोनी निवासी डॉ. प्रतीक जोशी और डॉ. कौमी व्यास की पहचान के लिए परिजनों से लिए गए डीएनए सैंपल को 24 घंटे से अधिक समय बीत गया है। अभी तक न तो रिपोर्ट आई है और न ही शवों को लेकर कोई सूचना मिल सकी है। इससे बांसवाड़ा से अहमदाबाद पहुंचे दोनों परिवारों में इंतजार की पीड़ा बनी हुई है।
गुरुवार रात करीब 8 बजे अहमदाबाद में डॉ. प्रतीक और डॉ. कौमी के परिजनों के डीएनए नमूने लिए गए थे। परिजनों में शामिल डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने बताया कि उसके बाद से अस्पताल, पुलिस या प्रशासन की ओर से कोई सूचना नहीं मिली है। व्यास और जोशी परिवार के सदस्य अहमदाबाद में ही हैं और एक-एक पल सूचना के इंतजार में हैं। अब घर वालों के पास सिर्फ देखने के लिए फोटो बचे हैं।
दो दिन और करना पड़ सकता है इंतजार
इधर, बांसवाड़ा जिला प्रशासन की तरफ से संकेत दिए गए हैं कि प्रक्रिया में अभी दो दिन और लग सकते हैं। गौरतलब है कि इस हादसे में डॉ. दंपति के अलावा उनके तीन मासूम बच्चे मिराया (10), प्रद्युत (5) और नकुल (5) की भी दर्दनाक मौत हो गई थी। पूरे बांसवाड़ा में शोक की लहर है।
बर्लिन से पहुंची बहन
इस बीच जानकारी मिली है कि डॉ. कौमी की बहन भी बर्लिन से अहमदाबाद पहुंच चुकी हैं। जोशी और व्यास परिवार के रिश्तेदार और मित्र भी लगातार पहुंच रहे हैं, वहीं बांसवाड़ा स्थित दोनों परिवारों के घरों पर भी लोगों की आवाजाही बनी हुई है, लेकिन हर किसी की आंखें नम और दिल भारी है।
पिता ने की गहन जांच की मांग
इस दुर्दांत हादसे में डॉक्टर दंपति का पूरा परिवार खत्म हो गया और उनके लंदन में बसने की चाह पूरी तरह से नष्ट हो गई। डॉ कौमी बांसवाड़ा की मशहूर चिकित्सक थी, उन्होंने अपने पति के साथ रहने के लिए अस्पातल में इस्तीफा दिया था। बच्चों के साथ पूरा परिवार लंदन जा रहा था, लेकिन उड़ान भरने के 2 मिनट बाद ही सबकुछ खत्म हो गया। अब इनके पिता ने सरकार इस हादसे की गहन जांच की मांग की है, जिससे भविष्य में इस तरह का कोई दूसरा हादसा नहीं हो।