समन्वय बैठक में सबसे पहले पिछली बैठक में लिए गए निर्णयों की समीक्षा की गई। तथा उन पर हुई प्रगति का आकलन किया गया। इसके बाद नेपाल की राजनीतिक स्थिति और भारत-नेपाल सीमा पर चीन की गतिविधियों पर विस्तार से विचार-विमर्श हुआ। मानव तस्करी के हाल के मामलों को गंभीरता से लेते हुए अधिकारियों ने इन पर प्रभावी रोकथाम की रणनीति बनाई। साथ ही एनसीबी, डीआरआई, पुलिस, कस्टम और एसएसबी द्वारा पकड़े गए मामलों से प्राप्त सुरागों को साझा किया गया। एजेंसियों द्वारा उपलब्ध कराए गए इनपुट्स के आधार पर भविष्य की कार्ययोजना पर सहमति बनी।
कट्टरपंथी गतिविधियों पर पैनी नजर
कट्टरपंथी गतिविधियों पर चर्चा करते हुए खुफिया सूचनाओं का आदान-प्रदान किया गया। तथा ऐसी गतिविधियों पर सतर्क दृष्टि रखने पर बल दिया गया। बैठक में विभिन्न एजेंसियों को ठोस कार्ययोजनाओं का दायित्व सौंपा गया। ताकि कार्रवाई समयबद्ध और प्रभावी हो सके। अधिकारियों ने विश्वास जताया कि इस समन्वय बैठक से सीमा क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था और अधिक मजबूत होगी।