बलरामपुर के महारानी लाल कुंवरि महाविद्यालय में सोमवार को पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम अटलजी की प्रपौत्री अंजली मिश्रा की ओर से रखा गया था। इसमें पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह और भाजपा अवध क्षेत्र के क्षेत्रीय अध्यक्ष कमलेश मिश्र मुख्य रूप से मौजूद रहे। इस दौरान भाषण देते हुए बृजभूषण शरण सिंह ने बाबा रामदेव पर निशाना साधा और कहा कि वह ऋषि पतंजलि के नाम पर अपना धंधा चला रहे हैं। वह यही नहीं रुके उनकी जुबान फिसल गई। योग गुरु पर उन्होंने अपमानजनक टिप्पणी कर दी। उनके इस बयान पर हॉल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। उनका यह बयान अब सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा है। लोग तरह-तरह के कमेंट कर रहे हैं।
अटल जी का पक्ष और विपक्ष दोनों सम्मान करते थे
अटल बिहारी वाजपेयी को याद करते हुए सिंह ने कहा कि अटलजी कोई साधारण व्यक्ति नहीं बल्कि महामानव थे। विपरीत परिस्थितियों में भी वे कभी विचलित नहीं होते थे। और यही वजह थी कि पक्ष व विपक्ष दोनों ही उनका सम्मान करते थे।
गोंडा के नाम बदलने का निर्णय अटल जी ने बृजभूषण के कहने पर कराया था निरस्त
उन्होंने एक संस्मरण साझा करते हुए बताया कि वर्ष 2002 में जब तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती ने गोंडा का नाम बदलने का फैसला लिया था। तो अटलजी ने उनके कहने पर उस निर्णय को निरस्त करा दिया।