उन्होंने विगत दिनों कलेक्टर दिव्या मिश्रा को भी ज्ञापन सौपा है। कलेक्टर ने इस मामले की जानकारी लेने की बात कही है। हालांकि मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एमके सूर्यवंशी ने कहा कि भर्ती नियम के तहत की जा रही है। कहीं कोई गड़बड़ी नहीं है।
नवंबर 2024 में हुई परीक्षा का परिणाम गुपचुप तरीके से निकाला
शिकायतकर्ता भोज साहू ने बताया कि इससे पहले भी सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी के पद पर भर्ती निकाली गई थी, जिसकी परीक्षा नवंबर 2024 में हुई थी और दो माह पूर्व उसका परिणाम गुपचुप तरीके से निकाला गया, जिसकी जानकारी अभ्यर्थियों को भी नहीं थी। नई भर्ती निकालने पर पुरानी वैकेंसी के रिजल्ट का पता करने पर भर्ती प्रक्रिया पूर्ण होने की जानकारी दी गई लेकिन 8 पदों में से सिर्फ 4 पदों पर ही भर्ती होने की जानकारी मिली है। वहीं प्रतीक्षा सूची में शामिल अभ्यर्थियों को नजरअंदाज कर नई भर्ती की जा रही है। CG NHM Vacancy 2025: प्रतीक्षा सूची में जो अभ्यर्थी, उन्हें दें मौका
उन्होंने कहा कि जब भी कोई वैकेंसी निकलती है। उनमें शामिल अभ्यर्थियों को अगर प्रतीक्षा सूची में नाम आता है तो उन्हें साल भर के लिए वैधता रखा जाता है, जिनकी रिक्त पदों पर या संख्या बल कम ज्यादा करके भर्ती की जाती है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग के द्वारा निकाले गए नए पदों पर भर्ती का आयोजन किया जा रहा है जबकि प्रतीक्षारत अभ्यर्थियों को मौका देना चाहिए था।
अभ्यर्थियों से डीडी की मांग की गई
छत्तीसगढ़ शासन ने 2022 में आदेश निकाला था, जिसमें कोई भी भर्ती प्रक्रिया होती है तो उसका पूरा खर्च शासन-प्रशासन के द्वारा वहन किया जाएगा लेकिन स्वास्थ्य विभाग के द्वारा अलग-अलग पदों के लिए पृथक-पृथक डिमांड ड्राफ्ट बनाकर जमा करने कहा गया है, जिसे लेकर भोज साहू ने आपत्ति जताते हुए कलेक्टर से मांग की है कि बेरोजगारों से कोई शुल्क न लिया जाए।
वहीं राजनांदगांव, दुर्ग व रायपुर में इसी तरह की संविदा भर्ती में निशुल्क बिना डीडी की भर्ती की जा रही है लेकिन बालोद जिले में नियम कानून को तांक पर रखकर बेरोजगारों के साथ छल किया जा रहा है।
भर्ती नियमानुसार की जा रही है, जब कोई भर्ती नए सिरे से होती है तो पूर्व में प्रतीक्षारत अभ्यर्थी स्वत: निरस्त हो जाते हैं। रही बात डीडी की तो उसे लिया जाएगा। – डॉ. एमके सूर्यवंशी, सीएमएचओ