मिली जानकारी के अनुसार, मृतक ASI हीरामन मंडावी दल्लीराजहरा थाने में पदस्थ था और वह लंबे समय से डिप्रेशन से जूझ रहे थे। जिसके चलते शानिवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
मंजर देखकर स्टाफ के उड़े होश
बताया जा रहा है कि सुबह जब जवान रोज की तरह ड्यूटी के लिए तैयार हो रहे थे, तभी अचानक एक जवान की नजर बैरक के अंदर पड़े इस दर्दनाक दृश्य पर पड़ी। उसने देखा कि उनके ही साथी ASI मंडावी पंखे के हुक से लटके हुए हैं। आनन-फानन में यह सूचना पूरे स्टाफ को दी गई और अफरा-तफरी मच गई। तत्काल पुलिसकर्मियों ने उन्हें नीचे उतारा और अस्पताल ले गए, लेकिन डॉक्टरों ने जांच के बाद मृत घोषित कर दिया। नहीं मिला कोई सुसाइड नोट
घटनास्थल से किसी भी प्रकार का
सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और फारेंसिक टीम द्वारा बैरक की जांच की जा रही है। साथ ही, एएसआइ के सहकर्मियों और स्वजनों से पूछताछ कर यह समझने की कोशिश की जा रही है कि क्या कोई मानसिक या व्यक्तिगत दबाव इस घटना का कारण था।
शांत स्वभाव के थे ASI
थाने में ड्यूटी कर रहे पुलिसकर्मियों का कहना है कि यह घटना उनके लिए किसी सदमे से कम नहीं है। साथी जवानों का कहना है कि हीरामन मंडावी हमेशा शांत स्वभाव के थे और कभी नहीं लगा कि वे इतने गहरे तनाव में हैं। थाने के बैरक में हुई इस आत्महत्या ने पूरे पुलिस महकमे में सनसनी और शोक की लहर फैला दी है।