प्राप्त जानकारी के अनुसार, सुधाकर राय का खाता सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की सिकंदरपुर शाखा में है। 23 जून को उनके मोबाइल पर एक व्हाट्सएप कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को एक टेलीकॉम कंपनी का कर्मचारी बताते हुए सिम को 4जी से 5जी में अपग्रेड करने का झांसा दिया। सुधाकर ने संदेह होने पर कॉल को तुरंत काट दिया।
हालांकि, इसके बाद लगातार कॉल आने से परेशान होकर उन्होंने अपना मोबाइल फोन बंद कर दिया। उसी शाम उनका मोबाइल नेटवर्क पूरी तरह बंद हो गया। खेती-बाड़ी के कार्यों में व्यस्त रहने के कारण उन्हें इसकी तत्काल जानकारी नहीं हो सकी।
बाद में 28 जून को जब वे सिकंदरपुर स्थित जियो सेंटर पहुंचे, तो उन्हें बताया गया कि उनके आधार को लॉक कर किसी अन्य व्यक्ति ने उसी मोबाइल नंबर पर ई-सिम एक्टिवेट करा लिया है। शंका होने पर उन्होंने आधार सेवा केंद्र से भी संपर्क किया, जहां इस फर्जीवाड़े की पुष्टि हो गई।
इसके बाद जब उन्होंने बैंक जाकर अपने खाते की जांच कराई, तो पता चला कि उनके खाते से 19 अलग-अलग ट्रांजेक्शन के जरिए कुल 2.80 लाख रुपये निकाल लिए गए हैं। इतनी बड़ी रकम की ठगी का पता चलते ही सुधाकर राय सकते में आ गए। उन्होंने तत्काल साइबर सेल में ऑनलाइन शिकायत दर्ज कर न्याय की गुहार लगाई है।
पीड़ित ने आम जनता से सतर्क रहने की अपील करते हुए कहा कि किसी भी अनजान कॉल या संदिग्ध संदेश पर जानकारी साझा न करें। वहीं, इस मामले ने साइबर सुरक्षा व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।