पथराव की इस घटना में दो पुलिसकर्मी घायल हो गए, जिन्हें उपचार के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है। इसके अलावा पुलिस का एक सरकारी वाहन भी क्षतिग्रस्त हुआ है। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस टीम के साथ नायब तहसीलदार सीपी यादव और ग्राम पंचायत अधिकारी प्रमोद कुमार सिंह भी मौजूद थे। प्रमोद कुमार की तहरीर पर पुलिस ने आठ नामजद और कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई शुरू कर दी है।
थानाध्यक्ष प्रवीण कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस ने अब तक छह संदिग्धों को हिरासत में लिया है। गांव में 50 मीटर लंबी नाली का निर्माण प्रस्तावित था, जिसमें से 30 मीटर कार्य पूरा हो चुका था। शेष निर्माण कार्य को कुछ ग्रामीणों द्वारा बाधित किया जा रहा था।
ग्रामीणों का कहना है कि जिस रास्ते पर नाली बनाई जा रही है, वहां 1995 में खड़ंजा बनाया गया था, जिसकी जानकारी प्रशासन को पहले से थी। घटना के बाद गांव में स्थिति को नियंत्रित कर लिया गया है और एहतियातन अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।
घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।