जिला विद्यालय निरीक्षक उपेंद्र कुमार ने बताया कि यह कार्रवाई संयुक्त शिक्षा निदेशक, आजमगढ़ मंडल के निर्देश पर की गई है। जब तक एसआईटी की जांच पूरी नहीं हो जाती या विभागीय उच्चाधिकारियों का कोई नया आदेश नहीं आता, तब तक संबंधित शिक्षकों और कर्मचारियों का वेतन अवरुद्ध रहेगा।
सूत्रों की मानें तो आगे और नामों की सूची भी जांच के दायरे में आ सकती है, जिससे प्रभावितों की संख्या बढ़ने की संभावना है।
जिन शिक्षकों-कर्मचारियों का वेतन रोका गया है, उनके नाम इस प्रकार हैं:
श्री संस्कृत माध्यमिक विद्यालय, रानी की सराय: इंद्रेश चतुर्वेदी, आराधना सिंह, अर्चना तिवारी श्री सांज्ञवेद संस्कृत महाविद्यालय, हनुमानगढ़ी: आनंद मणि चतुर्वेदी, प्रियंका पांडेय, लिपिक मंगलदीप मिश्र श्री राम संस्कृत पाठशाला, बाझगांव झउवां: मिथिलेश कुमार मिश्र, सौरभ यादव, मंजू श्री भवानंद संस्कृत माध्यमिक विद्यालय, पुनर्जी: पूर्णेंद्र द्विवेदी, मनीष द्विवेदी, शशिभूषण मौर्य, परिचायक सिंहासन पांडेय, चंदन पांडेय, राजाराम चौहान, अश्विनी
श्री वैष्णो हरिहरदास संस्कृत माध्यमिक विद्यालय, शेरपुर कुटी: रामप्रसाद दुबे, बबीता निषाद, कृष्णा यादव, सुरेखा यादव श्री भुवाल स्मारक महाविद्यालय: गीता पटेल श्री हरि शंकर संस्कृत उच्च माध्यमिक विद्यालय, किशुनदासपुर: अमरनाथ राय
इस कार्रवाई से संस्कृत विद्यालयों में हड़कंप मचा हुआ है। शिक्षा विभाग का कहना है कि जांच निष्पक्ष रूप से जारी है और दोषी पाए जाने पर सख्त कदम उठाए जाएंगे।