मृत्युंजय ने तरवां थाने में दी गई शिकायत में बताया कि मेहनगर से सपा विधायक पूजा सरोज के क्षेत्र में कार्य न करने को लेकर सोशल मीडिया पर कुछ टिप्पणियां की गई थीं। इस पर उन्होंने प्रतिक्रिया दी, जिसके बाद आलोक यादव ने पहले सोशल मीडिया पर बहस की और फिर फोन पर रमाकांत यादव का नाम लेकर धमकी दी कि “सोशल मीडिया पर कुछ भी लिखा तो जान से मार देंगे।”
शिकायतकर्ता ने आलोक यादव को रमाकांत यादव का करीबी बताते हुए दावा किया कि उनके अन्य बड़े माफियाओं से भी संबंध हैं। वहीं, ग्राम प्रधान आलोक यादव ने सफाई देते हुए कहा कि सोशल मीडिया और फोन पर केवल बहस हुई थी, धमकी नहीं दी गई। हालांकि, वायरल ऑडियो आलोक के दावों को कमजोर करता नजर आ रहा है।
तरवां थाना प्रभारी ने बताया कि शिकायत प्राप्त हो गई है और मामले की जांच शुरू कर दी गई है। जांच के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। घटना ने क्षेत्र में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ा दी है और रमाकांत यादव के आपराधिक इतिहास को लेकर सोशल मीडिया पर बहस तेज हो गई है।