क्या सभी गाड़ियां E20 Petrol पर चल सकती हैं?
इसका जवाब यह है कि अप्रैल 2023 के बाद बनी गाड़ियां E20 ईंधन के लिए डिजाइन की गई हैं। इन इंजनों को इस तरह तैयार किया गया है कि वे 20 प्रतिशत इथेनॉल वाले पेट्रोल पर भी बिना समस्या के चल सकें। वहीं, 2012 से 2023 के बीच बनी गाड़ियां ज्यादातर केवल E10 यानी 10 प्रतिशत इथेनॉल वाले पेट्रोल तक ही सुरक्षित मानी जाती हैं। इसका मतलब यह है कि पुरानी गाड़ियों पर E20 पेट्रोल का असर पड़ सकता है।
E20 Petrol से माइलेज पर क्या होगा असर?
कई वाहन मालिक सोशल मीडिया पर दावा कर रहे हैं कि E20 के इस्तेमाल से उनकी गाड़ियों का माइलेज 15 से 20 प्रतिशत तक कम हो गया है। हालांकि, ऑटोमोटिव रिसर्च एसोसिएशन ऑफ इंडिया (ARAI) की जांच में माइलेज पर केवल 1 से 6 प्रतिशत तक का असर देखा गया है। यानी वास्तविकता उतनी गंभीर नहीं है जितनी लोगों को लग रही है।
E20 Petrol से इंजन को क्या हो सकता है नुकसान?
E20 पेट्रोल से इंजन तुरंत खराब नहीं होता लेकिन लंबे समय में असर जरूर दिख सकता है। इथेनॉल की प्रकृति ऐसी होती है कि यह रबर और प्लास्टिक के पुर्जों को धीरे-धीरे नुकसान पहुंचाता है। पाइप और गास्केट समय के साथ सख्त होकर टूट सकते हैं। इसके अलावा, इथेनॉल हवा से नमी खींच लेता है जिससे धातु के हिस्सों में जंग लग सकती है। अगर गाड़ी लंबे समय तक खड़ी रहे तो पेट्रोल और पानी अलग हो जाते हैं और इससे फ्यूल सिस्टम में दिक्कतें आ सकती हैं।
वारंटी पर क्या होगा असर?
अगर आपकी गाड़ी E20 के लिए डिजाइन नहीं की गई है और आप इसमें यह ईंधन इस्तेमाल करते हैं तो वाहन की वारंटी पर असर पड़ सकता है। कई वाहन निर्माता कंपनियों ने साफ कर दिया है कि वे E20 के कारण हुई खराबी की जिम्मेदारी नहीं लेंगी। यही वजह है कि वाहन मालिकों में अनिश्चितता बढ़ी हुई है।
कैसे पता करें कि आपकी गाड़ी E20-सपोर्ट करती है या नहीं?
E20-सपोर्ट के बारे में जानकरी के लिए सबसे आसान तरीका यह है कि आप अपनी गाड़ी का मैनुअल देखें। उसमें साफ लिखा होता है कि कौन-सा पेट्रोल डालना है। आम तौर पर अप्रैल 2023 के बाद बनी गाड़ियां E20 पर चल सकती हैं जबकि पुराने मॉडल E10 तक ही सपोर्ट करने में सक्षम हैं।