ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि एक क्रूर ग्रह है और यह राशि चक्र की 12 राशियों में से मकर और कुंभ राशि का स्वामी है। तुला राशि इनकी उच्च राशि है, जबकि मेष नीच राशि है और शनि का गोचर किसी राशि में ढाई वर्ष के लिए रहता है। समाज की बात करें तो शनि ग्रह को लेकर लोगों में कई नकारात्मक धारणा हैं, लोगों में इनसे डर रहता है। लेकिन यह सही नहीं है, यह कर्म के आधार पर ही फल देता है। शनि पीड़ित होने पर ही लोगों को नकारात्मक फल देता है।
यदि किसी व्यक्ति का शनि उच्च हो तो वह उसे रंक से राजा भी बना सकता है। साथ ही शनि कुछ नकारात्मक फल दे रहा है तो कुछ उपाय से शनि को शांत किया जा सकता है और शुभ फल पाया जा सकता है। आइये जानते हैं शनि मजबूत है या कमजोर कैसे पता चलेगा, शुभ शनि के लक्षण, खराब शनि के लक्षण क्या हैं और शनि को प्रसन्न करने के उपाय क्या हैं?
शनि मजबूत है या कमजोर कैसे पता चलेगा (Shani Majaboot Hai Ya Kamjor)
शनि की ये होती हैं विशेषताएं
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जिस व्यक्ति की जन्म कुंडली में शनि ग्रह लग्न भाव में होता है तो सामान्यतः अनुकूल नहीं माना जाता है। लग्न भाव में शनि, व्यक्ति को आलसी, सुस्त और हीन मानसिकता वाला बनाता है। इसके कारण व्यक्ति का शरीर और बाल खुश्क होते हैं। शरीर का वर्ण काला होता है। हालांकि व्यक्ति गुणी होता है, शनि के प्रभाव से व्यक्ति एकांत में रहना पसंद करेगा।
मजबूत शनि का लाभ
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि ग्रह बली हो तो व्यक्ति को इसके सकारात्मक फल मिलते हैं। तुला राशि में शनि उच्च का होता है यानी बलवान होता है तो लोगों को कर्मठ, कर्मशील और न्यायप्रिय बनाता है। इसके प्रभाव से व्यक्ति को कार्यक्षेत्र में सफलता प्रदान मिलती है। यह व्यक्ति को धैर्यवान बनाता है और जीवन में स्थिरता बनाए रखता है। इसके प्रभाव से व्यक्ति की उम्र में वृद्धि होती है।
पीड़ित शनि का नुकसान
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पीड़ित शनि व्यक्ति के जीवन में कई प्रकार की परेशानियां लाता है। यदि शनि मंगल ग्रह से पीड़ित हो तो यह जातकों के लिए दुर्घटना और कारावास जैसी परिस्थितियों का योग बनाता है। इस दौरान जातकों को शनि के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए शनि के उपाय करना चाहिए।
शनि ग्रह के खराब होने से क्या होता है या खराब शनि के संकेत क्या हैं
1.ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुंडली में शनि के कमजोर या खराब होने से आजीविका के लिए लंबा संघर्ष करना पड़ता है। इसलिए अगर आपको नौकरी नहीं मिल रही है, या बार-बार नौकरी बदलनी पड़ रही हो तो इसका मतलब शनि की दसवें भाव पर दृष्टि है, या शनि पीड़ित और कमजोर हैं। 2. कुंडली में शनि की अशुभ स्थिति होने पर व्यक्ति अक्सर बीमार रहता है। अगर कोई बीमारी लंबे समय से आपको परेशान कर रही है और बीमारी जल्द ठीक नहीं हो रही है तो ये खराब शनि का संकेत हो सकता है। शनि के अशुभ प्रभाव से आंखें कमजोर होती हैं और बाल झड़ने लगते हैं। पेट की समस्याएं भी घेरे रह सकती हैं।
3. खराब शनि से व्यक्ति का स्वभाव बदलने लगता है। वो झूठ बोलने लगता है और धर्म-कर्म पर विश्वास नहीं करता। वह गलत संगति में पड़ जाता है, उसे सिगरेट,शराब, गांजा, जुआ, सट्टा आदि बुरी आदतों की लत लग सकती है। ऐसे व्यक्ति के सच्चे या झूठे मामले में जेल जाने की नौबत बनी रहती है।
4. शनि के कमजोर होने पर व्यक्ति के जीवन में संघर्ष और तनाव बढ़ता है। बहुत मेहनत करने पर भी बहुत थोड़ा फल मिलता है। मान-सम्मान में कमी आती है और नौकरों से झगड़ा होने लगता है। ये दूसरों से धोखा भी खा सकते हैं।
5. कमजोर शनि के कारण घर में लड़ाई-झगड़ा होता है और परिवार में फूट पड़ सकता है। हमेशा कलह का माहौल रहता है। जातक कर्ज में डूबा रहता है या आस-पड़ोस से झगड़े होते हैं।
6. शनि कमजोर होने पर जातक को धन हानि होती है और जीवन शक्ति कम होने लगती है। इससे किसी दुर्घटना में अपंगता या कैंसर जैसे गंभीर रोग का सामना करना पड़ सकता है।
7. यदि किसी भी व्यक्ति का किसी कारण से मकान क्षतिग्रस्त हो जा रहा है, मकान गिर गया या मकान बिकने की हालत पैदा हो रही है या घर या दुकान में अचानक आग लग जाती है तो समझिए शनि खराब है।
8. शनि कमजोर होने पर पैरालाइसिस, जुकाम, अस्थमा, चर्म रोग, फ्रैक्चर आदि का खतरा बन रहता है।
मजबूत शनि के लक्षण
1.मजबूत शनि के लक्षण की बात करें तो जीवन के किसी भी काम में परेशानी नहीं आती है। जीवन में स्थायित्व रहता है, प्रॉपर्टी के मसले स्वत: ही सुलझ जाते हैं। किसी दुर्घटना में भी वह व्यक्ति चमत्कारिक रूप से बच जता है।
2. शुभ शनि के लक्षण के अनुसार शनि के शुभ होने पर बाल और नाखून मजबूत रहते हैं। समय से पहले आंखें कमजोर नहीं होती है। हड्डी, नसें और फेफड़े मजबूत होते हैं। 3. जिन लोगों का शनि मजबूत होता है उनको सच बोलने वाले पसंद होते हैं। कोई चिंता और घबराहट नहीं रहती है। कोई डर नहीं रहेगा और जीवन का आनंद उठाएगा।
4. शुभ शनि होने पर अचानक ही धन प्राप्ति के योग बनने लगते हैं और समाज में मान-सम्मान मिलने लगता है। इसके अलावा चमड़े, लोहे, तेल, लकड़ी, खदान संबंधी व्यापार में लाभ मिलता है।
5. यदि आपको शराब की लत नहीं है, आप ब्याज के धंधे से दूर रहते हैं और झूठी गवाही के लिए कभी राजी नहीं होते, आपके घर में गृहकलह नहीं होता है और पराई स्त्री के प्रति लोलुफ नहीं होते तो समझिए शनि शुभ है।
6. यदि आप पर चाचा-चाची, माता-पिता, मामा-मामी, सेवक, सफाईकर्मी, अपंग लोग, मजदूर, गरीब कमजोर और अंधे लोग प्रसन्न रहते हैं तो समझिए कि शनि शुभ है। 7. यदि आपके जूते या चप्पल चोरी हो जाते हैं तो मान लीजिए कि आपके लिए शनि शुभ हैं।
8. शुभ शनि यानी मजबूत शनि जिन लोगों का होता है वो लोग न्यायप्रिय, लंबी आयु वाले और कूटनीति के धनी होते हैं। ऐसा व्यक्ति परिश्रम से ही अर्जित सफलता को सफलता मानता है।
9. जिन लोगों का शनि मजबूत होता है वो निरंतर और लंबे समय तक प्रयास करने वाला होता है। ऐसा व्यक्ति किसी भी क्षेत्र में हार नहीं मानता है। 10. जिन लोगों का शनि मजबूत होता है, उनमें छिपे हुए रहस्यों का भेद जान लेने की क्षमता होती है। ये सहनशील होते हैं, लेकिन अपने शत्रु को किसी भी हालत में छोड़ते नहीं हैं।
शनि के उपाय
1.यदि शनि कमजोर है तो आपको नियमित हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए। क्योंकि शनिदेव ने हनुमानजी को वचन दिया है कि वो हनुमान जी के भक्तों को कष्ट नहीं देंगे।
2. शनि मजबूत बनाना है तो घर के बाहर या पश्चिम दिशा में शमी का वृक्ष लगाना चाहिए। इसके अलावा दक्षिण दिशा में नीम का वृक्ष लगाएंगे तो हनुमानजी की कृपा से शनि कष्ट नहीं देंगे।
3. शनि के दुष्प्रभावों से बचने के लिए गलत काम से दूर रहना चाहिए। सात्विक जीवन जीना चाहिए और ईमानदार बनना चाहिए। 4. हर शनिवार को शनिदेव की पूजा करें, शनि के बीज मंत्र या शनि गायत्री मंत्र का लाभ हो सकता है।
5. शनिवार के दिन गरीबों, बुजुर्गों को शनि से जुड़ी चीजें, भोजन, कपड़े, कंबल आदि का दान करना चाहिए। 6. शनिवार के दिन शनिदेव को सरसों का तेल चढ़ाना चाहिए, पीपल की जड़ के पास दीपक जलाना चाहिए और काले वस्त्रों का दान भी लाभदायक होता है।
7. नौकरों, अधीनस्थों से अच्छा बर्ताव करें और किसी दिव्यांग को परेशान न करें। 8. कुंडली दिखाकर रत्न पहन सकते हैं। 9. धतूरे की जड़, नीलम रत्न और सात मुखी रुद्राक्ष धारण करने से शनि लाभ दे सकते हैं।
10. घर में शनि यंत्र की पूजा करें, और इन मंत्रों का जाप करें तो लाभ होगा।
शनि का वैदिक मंत्र
ॐ शं नो देवीरभिष्टय आपो भवन्तु पीतये।
शं योरभि स्त्रवन्तु न:।।
शनि का तांत्रिक मंत्र
ॐ शं शनैश्चराय नमः।।
शनि का बीज मंत्र
ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः।।
11. तिल और उड़द की दाल का दान करना भी शनि के प्रकोप से बचाता है।