मृतकों की पहचान सुरेश चंद्र प्रजापत (35) व गोपाल प्रजापत (22) के रूप में हुई है। सभी घायल और मृतक एक ही गांव के निवासी हैं। घटना उस समय हुई जब कांवड़ यात्रा गांव में प्रवेश कर रही थी और ग्रामीणों द्वारा जोरशोर से स्वागत की तैयारियां की जा रही थीं। रथ पर बिजली के तार छूते ही बड़ा हादसा हो गया जिससे कई कांवड़िए झुलस गए।

हादसे की सूचना मिलते ही घायलों को गढ़ी सवाईराम सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद 8 गंभीर घायलों को अलवर रेफर कर दिया गया। रेफर किए गए घायलों में पूजा देवी, राहुल, मदनलाल, राधेश्याम, रजनी, दक्ष, सीमा और विरमा शामिल हैं।

डॉ. केसी मीणा, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि कई मरीजों को बिजली के करंट से गंभीर जलन और आघात पहुंचा है। दो की हालत बेहद चिंताजनक बनी हुई है। हादसे से गुस्साए ग्रामीणों ने लक्ष्मणगढ़-गढ़ी सवाईराम मुख्य मार्ग को जाम कर दिया और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की।

ग्रामीणों का आरोप है कि सरकारी शिविरों के दौरान कई बार विद्युत विभाग से विद्यालय के सामने झूलते तारों को हटाने की मांग की गई थी, लेकिन अधिकारियों की लापरवाही के चलते आज यह दर्दनाक हादसा हुआ। प्रशासन की ओर से मौके पर पहुंचकर लोगों को समझाने का प्रयास किया जा रहा है।