नगर निगम के नए भवन के लोकार्पण समारोह के बाद पत्रकारों से बातचीत में खर्रा ने कहा कि ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ के तहत राज्य सरकार भी वन स्टेट वन इलेक्शन पर कामकाज कर रही है। कार्यकाल खत्म होने के साथ पंचायतों और नगर निकायों में प्रशासक लगाए जा रहे हैं। अभी सभी निकायों में वार्डों का परिसीमन जारी है। जून अंत तक कार्य पूरा किया जाएगा। इसके बाद जुलाई से अक्टूबर तक मतदाता सूचियां तैयार होंगी।
निर्वाचन आयोग को भेजेंगे पत्र खर्रा ने कहा कि सरकार अक्टूबर-नवम्बर में राज्य निर्वाचन आयोग निकायों के एक साथ चुनाव कराने के लिए पत्र भेजेगी। इसके तहत 15 नवम्बर से 15 दिसम्बर तक चुनाव कराए जाएंगे। आयोग चाहे तो एक अथवा दो-तीन चरणों में चुनाव करा सकता है।
ऑनलाइन कामकाज खर्रा ने कहा कि पंचायतों, नगर निकायों में जनता से जुड़े कामकाज ऑनलाइन कराने के लिए सरकार रोडमैप बना रही है। इसके तहत आमजन को आवेदन में कमी होने पर सूचना देने, कमी को दूर करने की समय सीमा, अधिकारी-कर्मचारी के बेवजह फाइल रोकने पर स्पष्टीकरण, जनता को परेशान करने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई जैसे प्रावधान सुनिश्चित किए जाएंगे। इससे लोगों को निकायों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।
बढ़ाएंगे क्षेत्राधिकार नए भवन के निगम क्षेत्राधिकार में नहीं होने के सवाल पर खर्रा ने कहा कि सरकार जल्द निकायों का क्षेत्राधिकार बढ़ाएगी। इसको लेकर सीएम भजनलाल शर्मा के स्तर पर विचार-विमर्श जारी है। क्षेत्राधिकार बढ़ने से जनता को फायदा होगा।
पढ़ें यह खबर भी:नगर-निगम के नए भवन में नेता प्रतिपक्ष का नहीं चैंबर अजमेर. पंचशील स्थित झलकारी बाई स्मारक के निकट नगर निगम के नए भवन में नेता प्रतिपक्ष डॉ. द्रोपदी कोली ने जबरदस्त नाराजगी जताई। उन्होंने संवैधानिक पद होने के बावजूद नेता प्रतिपक्ष का कक्ष आवंटित नहीं करने पर महापौर और अधिकारियों को खरी-खोटी सुनाई। इससे माहौल गरमा गया। हालांकि समारोह में कोई अड़चन नहीं आई।
सबको आवंटित हुए कक्ष नए भवन में महापौर, उप महापौर, अधिकारियों, कर्मचारियों और महिला-पुरुष पार्षदों के संयुक्त कक्ष आवंटित किए गए। लेकिन नेता प्रतिपक्ष को कोई कक्ष आवंटित नहीं किया गया। जबकि मौजूदा नगर निगम के भवन में उन्हें पृथक कक्ष दिया गया है। यह देख नेता प्रतिपक्ष डॉ. द्रोपदी कोली उखड़ गई।
आपकी नेम प्लेट पुरानी क्यों नहीं… महापौर बृजलता हाड़ा और अन्य ने द्रोपदी से कहा कि पुराने भवन में लगी आपकी नेमप्लेट को हटाकर यहां लगा देते हैं। इस पर द्रोपदी और नाराज हो गई। उन्होंने कहा कि नए भवन में आपकी नई नेम प्लेट क्यों लगी है. . .आपकी भी पुरानी नेम प्लेट लगवा देते।
कुचलना चाहते हैं विपक्ष को महापौर और अन्य अधिकारियों ने द्रोपदी को समझाना चाहा तो उन्होंने कहा कि आप विपक्ष को कुचलना चाहते हैं। मैं चुप बैठने वालों में से नहीं हूं। नेता प्रतिपक्ष पद भी संवैधानिक है। आपको इसे सम्मानित समझना चाहिए। हंगामे के बाद लोकार्पण समारोह में डॉ. कोली को मंच पर बैठाया गया।