दरअसल, 22 साल की इंजीनियर युवती ने 12वीं पास डिलीवरी बॉय से छह साल पुराने रिश्ते को अंजाम तक पहुंचाते हुए 1 अप्रैल को आर्य समाज मंदिर में शादी कर ली थी। हालांकि लड़के के परिवार ने इस रिश्ते को स्वीकार कर लिया, लेकिन युवती के मां-बाप और भाई को यह पसंद नहीं आया। उनका कहना था कि वे अपनी पढ़ी-लिखी बेटी की शादी इतने कम पढ़े लड़के से नहीं कर सकते।
लड़की के घर वालों को पाबंद कर चुकी है पुलिस
शादी के बाद दंपती को परिवार वालों से जान का खतरा महसूस हुआ, तो उन्होंने एसपी से सुरक्षा की मांग भी की थी। आदर्श नगर थाना पुलिस ने लड़की के परिवार को पाबंद किया, परंतु तनाव नहीं थमा। हालत यहां तक पहुंच गई कि दोनों शादी के 10 दिन बाद इंदौर चले गए और वहां ओला-रैपिडो जैसी सेवाओं में काम करने लगे।
ननद के घर पहुंचने की खबर लगते ही धमके मां-भाई
1 जून को वे अजमेर लौटे और पति-पत्नी अपनी बहन के घर मिलने पहुंचे। तभी लड़की के परिजनों को भनक लग गई। अगली सुबह फॉर्च्यूनर कार में सवार लड़की की मां, भाई और उनके दोस्त वहां पहुंचे और सरेआम बाल पकड़कर युवती को जबरन कार में डालकर ले गए। विरोध करने पर पति और उसकी बहन ( ननद ) से मारपीट की गई और बहन का मोबाइल भी तोड़ दिया गया।
पुलिस लड़की की तलाश में जुटी
पीड़ित युवक ने 3 जून को रिपोर्ट दर्ज करवाई और एसपी वंदिता राणा से मिलकर सुरक्षा की गुहार लगाई। उसका कहना है कि पत्नी को खतरा है और पुलिस ने शुरुआती शिकायत पर गंभीरता नहीं दिखाई। पुलिस ने इस घटना को लेकर अपहरण का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि लड़की को उसके घर वाले कहां ले गए हैं।