समर्थक अजमेर सेन्ट्रल जेल के बाहर पहुंचे
पुलिस के अनुसार शनिवार शाम को बीआरसी ग्रुप के मनीष की कोर्ट से जमानत के बाद बड़ी संख्या में समर्थक अजमेर सेन्ट्रल जेल के बाहर पहुंच गए। देर शाम तक बंदियों की रिहाई के दौरान कुछ समर्थक जेल परिसर में दाखिल हो गए।पहले शांतिभंग, फिर प्रकरण में गिरफ्तार
हंगामे की सूचना पर जेल प्रशासन, सिविल लाइंस थाना पुलिस घटनास्थल पहुंच गई। पुलिस ने हंगामा कर रहे 8 जनों को शांतिभंग में गिरफ्तार कर लिया। इधर, जेल प्रहरी नागौर जायल निवासी महिपाल पुत्र पोकरमल ने जेल प्रशासन के आदेश पर सिविल लाइंस थाने में लोक सेवक को कर्तव्य से रोकने के लिए चोट पहुंचाने व बल का प्रयोग कर राजकार्य में बाधा पहुंचाने का मुकदमा दर्ज कराया।
यह है मामला
रूपनगढ़ में 23 सितम्बर 2024 को जमीनी विवाद में बलभाराम चौधरी (बीआरसी) ग्रुप की ओर से फायरिंग करने से मजदूर शकील की मृत्यु हो गई थी जबकि एक अन्य श्रमिक जख्मी हो गया था। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए बड़ी संख्या में बीआरसी ग्रुप के लोगों की गिरफ्तार किया था जिनमें मनीष चौधरी शामिल था। प्रकरण में हाई सिक्योरिटी जेल से बलभाराम जाट की भी गिरफ्तारी हुई।इनका कहना है…
रिहाई के समय आरोपी के समर्थकों को प्रहरी ने टोका। उन्हें टोकना नागवार गुजरा तो राइफल छीनने का प्रयास किया। प्रकरण में मुकदमा दर्ज करवाया है।आर. अनंतेश्वरन, अधीक्षक अजमेर सेन्ट्रल जेल