दक्षिण गुजरात के बांधों में सर्वाधिक पानी
दक्षिण गुजरात के 13 बांधों में पिछले वर्ष की तुलना में 878.74 एमसीएम ज्यादा संग्रह है। इन बांधों की संग्रह क्षमता 8610.42 एमसीएम है इसकी तुलना में फिलहाल 3785.39 एमसीएम है, जो 43.96 फीसदी है। पिछले वर्ष इन बांधों में 2906.55 एमसीएम पानी था। मध्यगुजरात के 17 बांधों में फिलहाल क्षमता का 1042.39 एमसीएम (44.41 फीसदी) पानी है। पिछले वर्ष आठ जून को इन बांधों में 1039.36 एमसीएम था। उत्तर गुजरात के बांधों में क्षमता का 29.55 फीसदी पानी शेष रहा है, हालांकि पिछले वर्ष की तुलना में यह 40.18 एमसीएम अधिक है। कच्छ के 20 बांधों में 27.78 फीसदी पानी शेष रह गया है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 10.53 एमसीएम तथा सौराष्ट्र के 141 बांधों में पिछले वर्ष के मुकाबले 361 एमसीएम पानी अधिक है। सौराष्ट्र के बांधों में कुल 2588.53 एमसीएम की क्षमता है और फिलहाल महज 737 एमसीएम पानी ही शेष रहा है जो 28.47 फीसदी है।
27 बांधों में एक फीसदी भी पानी नहीं
राज्य के इन बांधों में से 27 बांध ऐसे हैं जिनमें क्षमता का एक फीसदी भी पानी शेष नहीं रहा है। इनमें भी 13 बांध ऐसे हैं जहां शून्य फीसदी जलसंग्रह रह गया है। इस स्थिति वाले ज्यादातर बांध सौराष्ट्र रीजन के हैं। हालांकि दो बांधों में क्षमता के मुकाबले 90 फीसदी से अधिक पानी का संग्रह है। जबकि एक में 80 फीसदी से अधिक है। तीन बांधों में 70 फीसदी से अधिक तो 200 बांधों में 70 फीसदी से कम संग्रह है।