इस्तांबुल में यूक्रेन-रूस वार्ता से शांति की उम्मीदें और चुनौतियों के सुलगते सवाल !
Ukraine Russia drone strike talks: यूक्रेन ने रूस के अंदर बड़े ड्रोन हमले कर उसकी वायु सेना को भारी नुकसान पहुँचाने के बीच दोनों देशों के बीच इस्तांबुल में दूसरे दौर की शांति वार्ता शुरू हो गई है।
इस्तांबुल में यूक्रेन-रूस वार्ता का दूसरा दौर शुरू हो गया है। (फोटो: वाशिंगटन पोस्ट)
Ukraine Russia drone strike talks: यूक्रेन और रूस ने जंग (Ukraine Russia talks) के बीच इस्तांबुल में दूसरे दौर की शांति वार्ता शुरू की है, जो यूक्रेन के रूस के भीतर गहरे सैन्य ठिकानों पर किए गए बड़े पैमाने पर ड्रोन हमलों (Drone strikes on Russian bases) के बाद आयोजित की गई है। हमले में यूक्रेन ने रूस के 40 विमान उड़ा दिए थे। इस ऑपरेशन को ‘स्पाइडरवेब’ (Spiderweb drone operation) नाम दिया गया था, जिसमें यूक्रेन की सुरक्षा सेवा (SBU) ने 117 FPV ड्रोन का इस्तेमाल किया (Ukraine military strategy), जो रूसी क्षेत्र में ट्रकों से लॉन्च किए गए थे। इन हमलों में रूस के 40 से अधिक सैन्य विमान, जिनमें Tu-95, Tu-22M3 और A-50 AWACS शामिल हैं, नष्ट या क्षतिग्रस्त हो गए। इससे रूस को लगभग लगभग 165 हजार करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। ऐसे में शांति वार्ता की उम्मीदें धूमिल होने की आशंका है। वहीं बात (Ukraine conflict) बनाने के लिए कई सुलगते सवाल आ खड़े हुए हैं।
ड्रोन चोरी-छिपे ट्रकों के जरिये रूस की सीमा में घुसा कर लॉन्च किया गया
वाशिंगटन पोस्ट के अनुसार यूक्रेन की सुरक्षा सेवा (SBU) की ओर से किए गए इस ऑपरेशन में ड्रोन चोरी-छिपे ट्रकों के जरिये रूस की सीमा में घुसा कर लॉन्च किया गया। यह पहली बार है जब यूक्रेन ने इस स्तर की गहराई तक रूस के अंदर सैन्य ठिकानों पर इतना बड़ा हमला किया है, जिससे मास्को को अनुमानित रूप से 2 अरब डॉलर से अधिक का नुकसान हुआ है।
रूस ने ‘आतंकी हमला’ कहा ,शांति वार्ता कमजोर करने का आरोप लगाया
यूक्रेन ने इस हमले को एक रणनीतिक सफलता के रूप में प्रस्तुत किया है, जबकि रूस ने इसे ‘आतंकी हमला’ करार दिया है और शांति वार्ता को कमजोर करने का आरोप लगाया है। ध्यान रहे कि पहली वार्ता 16 मई को हुई थी, जिसमें बंदी विनिमय और शांति प्रस्तावों का आदान-प्रदान हुआ था, लेकिन कोई ठोस प्रगति नहीं हुई थी। यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेन्स्की ने युद्धविराम, बंदियों की रिहाई, अपहृत बच्चों की वापसी और नेताओं की शिखर बैठक की तैयारी की मांग की है। रूस की ओर से व्लादिमीर मेडिंस्की वार्ता में भाग ले रहे हैं और मास्को का गोपनीय शांति ज्ञापन प्रस्तुत करने की उम्मीद है।
अमेरिकी प्रशासन की भागीदारी संदिग्ध बनी हुई है
इस बीच, यूरोपीय सहयोगियों ने यूक्रेन के प्रति समर्थन की पुष्टि की है, जबकि अमेरिकी प्रशासन की भागीदारी संदिग्ध बनी हुई है। डोनाल्ड ट्रंप ने 30 दिन के युद्धविराम का प्रस्ताव दिया था, जिसे यूक्रेन ने स्वीकार किया, लेकिन रूस ने इसे खारिज कर दिया। रूस की ओर से हाल की मिसाइल हमलों की आलोचना करते हुए ट्रंप ने संभावित परिणामों की चेतावनी दी है। इस बीच, यूक्रेन को उम्मीद है कि रूस की ओर से डोनेट्स्क क्षेत्र में एक नया आक्रमण होगा।
रिएक्शन : यूक्रेन ने हमले को बताया “रणनीतिक गेमचेंजर”
यूक्रेन ने इस हमले को “रणनीतिक गेमचेंजर” बताया है और कहा है कि इससे रूस की वायु शक्ति को गहरी चोट पहुंची है। वहीं, रूस ने इस ऑपरेशन को “आतंकी हमला” करार दिया है और शांति वार्ता को अस्थिर करने का आरोप लगाया है। अंतरराष्ट्रीय विश्लेषकों के अनुसार, यह हमला दर्शाता है कि यूक्रेन अब रूसी क्षेत्र में भी निर्णायक कार्रवाई करने की क्षमता रखता है।
फॉलोअप: वार्ता में युद्धविराम, बंदी विनिमय और बच्चों की वापसी पर चर्चा
दूसरे दौर की वार्ता में युद्धविराम, बंदी विनिमय और बच्चों की वापसी जैसे मुद्दों पर चर्चा हो रही है। यूक्रेनी राष्ट्रपति ज़ेलेन्स्की ने G7 के दौरान संभावित शिखर वार्ता की पेशकश की है। इस बीच, रूस के प्रतिनिधि व्लादिमीर मेडिंस्की एक गोपनीय शांति प्रस्ताव लेकर पहुंचे हैं। आने वाले हफ्तों में तीसरे दौर की वार्ता संभावित है, लेकिन सैन्य घटनाक्रमों की तीव्रता के चलते अनिश्चितता बनी हुई है।
साइड एंगल: रूस के रणनीतिक एयरबेसों की सुरक्षा पर भी सवाल उठने लगे
इस ऑपरेशन के कारण अब रूस के रणनीतिक एयरबेसों की सुरक्षा पर भी सवाल उठने लगे हैं। पश्चिमी सैन्य विश्लेषकों का मानना है कि रूस अब अपनी एयर डिफेंस प्रणाली को देश के अंदरूनी हिस्सों में पुनः व्यवस्थित कर सकता है, जिससे यूक्रेन को भविष्य में और गहराई तक हमले करने का अवसर मिल सकता है। इससे साथ ही, नागरिक उड़ानों की सुरक्षा को लेकर भी चिंताएं उठने लगी हैं।