Thailand-Cambodia Border Dispute: थाईलैंड और कंबोडिया के बीच क्या है विवाद? दोनों देशों में छिड़ सकती है जंग
Border Dispute Between Thailand & Cambodia: थाईलैंड और कंबोडिया के बीच बॉर्डर को लेकर विवाद चल रहा है, जिसकी वजह से दोनों देशों में जंग भी छिड़ सकती है।
Thailand-Cambodia Border (Photo – Washington Post)
थाईलैंड (Thailand) और कंबोडिया (Cambodia) के बीच बॉर्डर विवाद (Border Dispute) काफी गंभीर हो गया है। इसी के चलते आज, गुरुवार, 24 जुलाई को सुबह दोनों देशों के सैनिकों ने एक-दूसरे पर गोलीबारी की। थाईलैंड की सेना के अनुसार कंबोडियाई सैनिकों ने उनकी तरफ एक ड्रोन लॉन्च किया और उसके बाद खतरनाक हथियारों से हमला शुरू किया। इस हमले में थाईलैंड के 1 सैनिक ने अपनी जान गंवा दी। वहीं 13 नागरिक भी इस हमले में मारे गए और 14 घायल हो गए। थाईलैंड ने F-16 फाइटर जेट्स के ज़रिए कंबोडिया के दो सैन्य ठिकानों पर एयरस्ट्राइक्स कर दी हैं, जिससे दोनों सैन्य ठिकानों को नुकसान पहुंचा है। दोनों देशों के बीच स्थिति इतनी बिगड़ गई है कि जंग जैसे हालात पैदा हो गए हैं।
थाईलैंड और कंबोडिया के बीच बॉर्डर विवाद मुख्य रूप से करीब 817 किलोमीटर लंबी साझा बॉर्डर के कुछ हिस्सों को लेकर है। 1907 में फ्रांस ने कंबोडिया और तत्कालीन सियाम (अब थाईलैंड) के बीच बॉर्डर निर्धारित की थी। इस नक्शे में प्रीह विहार मंदिर क्षेत्र को कंबोडिया में दिखाया गया, जिसे थाईलैंड ने स्वीकार नहीं किया, क्योंकि थाईलैंड का दावा है कि मंदिर और आसपास का क्षेत्र उनकी बॉर्डर में आता है। वहीं बॉर्डर के पास स्थित प्रसात ता मुएन थॉम, एमराल्ड ट्रायंगल जैसे इलाके पर भी दोनों देशों के बीच तनाव है, क्योंकि दोनों ही इन क्षेत्रों पर अपना आधिपत्य मानते हैं।
मई में फिर भड़का विवाद
मई 2025 में दोनों देशों के बीच बॉर्डर विवाद एक बार फिर भड़क उठा जब दोनों देशों के सैनिकों की झड़प में एक कंबोडियाई सैनिक की मौत हो गई थी। इसके बाद दोनों देशों ने बॉर्डर पर सैनिक बढ़ा दिए हैं।
राजनयिक संबंधों में भी पड़ी दरार
हाल ही में एक बारूदी सुरंग में धमाके की वजह से थाईलैंड के एक सैनिक का पैर उड़ गया, जिसके बाद थाईलैंड ने कंबोडिया के राजदूत को निष्कासित कर दिया और अपने राजदूत को वापस बुला लिया। कंबोडिया ने भी जवाबी कदम उठाते हुए राजनयिक संबंधों को बिल्कुल न के बराबर कर दिया।
वर्तमान स्थिति काफी खराब
थाईलैंड और कंबोडिया के बीच वर्तमान स्थिति काफी खराब हो गई है। दोनों देशों के बीच कूटनीतिक संबंधों में दरार पड़ गई है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए थाईलैंड ने बॉर्डर पर 86 गांवों से करीब 40,000 नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया है।
आंतरिक राजनीति पर भी पड़ रहा है असर
थाईलैंड और कंबोडिया के बीच चल रहे इस बॉर्डर विवाद का असर आंतरिक राजनीति पर भी पड़ा है। थाईलैंड की पीएम पैतोंगटार्न शिनावात्रा (Paetongtarn Shinawatra) को तो इस मामले में 1 जुलाई को सस्पेंड कर दिया गया और डिप्टी पीएम फुमथम वेचायाचाई (Phumtham Wechayachai) को अगले आदेश तक सरकार चलाने का आदेश दिया है। शिनावात्रा पर आरोप है कि उन्होंने कंबोडिया के नेता हुन सेन (Hun Sen) से फोन पर बातचीत के दौरान अपने देश की सेना के कमांडर की आलोचना की थी। इस बात का खुलासा दोनों की कॉल के लीक होने के बाद हुआ। दरअसल यह कॉल थाईलैंड और कंबोडिया के बीच बॉर्डर विवाद के दौरान कूटनीतिक पहल के दौरान लीक हुई थी। इस कॉल के लीक होने के बाद से ही थाईलैंड में शिनावात्रा के खिलाफ विरोध शुरू हो गया था। थाईलैंड में इसे गंभीर मामला माना जाता है क्योंकि सेना का वहां काफी प्रभाव है।
Paetongtarn Shinawatra (Photo – Nation Thailand on social media)
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