टेस्ला ने मुंबई के कुर्ला में बड़ा ऑफिस लिया है। (फोटो: पत्रिका)
Tesla India office Kurla: नामी इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता टेस्ला ( Tesla) ने भारत में अपनी मौजूदगी मजबूत करने के लिए मुंबई के कुर्ला वेस्ट में नया ऑफिस (Tesla Mumbai office) स्पेस लीज पर लिया है। यह कदम भारत में संभावित फैक्ट्री स्थापना और लोकल सप्लाई चेन के विस्तार के संकेत के तौर पर देखा जा रहा है। कंपनी ने यह ऑफिस लोढ़ा इंडस्ट्रियल एंड लॉजिस्टिक्स पार्क में 24,565 स्क्वायर फीट क्षेत्र में कंपनी ने यह ऑफिस पाँच साल की लीज पर 37. 55 लाख रुपये मासिक किराये पर लिया है। यह निर्णय प्रधानमंत्री मोदी ( PM Modi) और एलन मस्क ( Elon Musk) की मुलाकात के बाद भारत में तेजी से हो रही गतिविधियों का हिस्सा है।
🚨BREAKING: TESLA LEASES 🇮🇳MUMBAI, INDIA WAREHOUSE FOR EV SERVICE $TSLA
• Tesla leases 24,565 sq ft in Kurla West, Mumbai for 5 years • Monthly rent: Rs 37.53 lakh, 5% annual increase • Facility for vehicle servicing, part of India expansion • Located in Lodha Logistics… pic.twitter.com/wm6xDFT7Cw
ध्यान रहे कि यह टेस्ला का भारत में चौथा कार्यालय है और इसका मकसद न केवल भारत में कारों की बिक्री को शुरू करना है, बल्कि यहां एक स्थायी उत्पादन और वितरण प्रणाली को तैयार करना भी है। इस रणनीति को फरवरी 2025 में एलन मस्क और पीएम नरेंद्र मोदी की मुलाकात के बाद मिली रफ्तार के रूप में देखा जा रहा है।
टेस्ला की भारत में रणनीति: तेजी से क्या हो रहा है ?
मुंबई के कुर्ला में नया ऑफिस लिया गया, 5 साल की लीज। 24,500 वर्ग फुट, ₹37.53 लाख मासिक किराया। बीकेसी में पहला शोरूम 881 रुपये प्रति स्क्वायर फीट में लीज पर।
पुणे, बेंगलुरु और मुंबई में पहले से मौजूद अन्य ऑफिस। भारत में संभावित फैक्ट्री के लिए आधार तैयार।
नामी इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता टेस्ला लीज डिटेल्स – एक नजर में
📍 स्थान
कुर्ला वेस्ट, मुंबई
👔 प्रोजेक्ट
लोढ़ा इंडस्ट्रियल एंड लॉजिस्टिक्स पार्क
📏 क्षेत्रफल
24,500 स्क्वायर फीट
💰 मासिक किराया
₹37.53 लाख
📆 लीज अवधि
5 साल
📈 वार्षिक किराया वृद्धि
5%
🔧 CAM शुल्क
₹10 प्रति वर्ग फुट
रिएक्शन : कंपनी भारत को उत्पादन और निर्यात केंद्र के रूप में देख रही है
उद्योग विशेषज्ञों का कहना है: टेस्ला का कुर्ला में ऑफिस लेना इस बात का संकेत है कि कंपनी भारत को सिर्फ एक बाजार नहीं, बल्कि उत्पादन और निर्यात केंद्र के रूप में देख रही है।
ऑटोमोबाइल सेक्टर में उत्साह: टाटा, महिंद्रा और ओला जैसी घरेलू EV कंपनियां टेस्ला की एंट्री को एक सकारात्मक प्रतिस्पर्धा के रूप में देख रही हैं।
उपभोक्ता की उम्मीदें बढ़ीं: संभावित रूप से अधिक विकल्प और तकनीक की उम्मीद में भारतीय ग्राहक उत्साहित हैं।
फॉलोअप : ग्लोबल मार्केट के लिए सुलगते सवाल
क्या टेस्ला भारत में अगले 6 महीनों में अपने वाहन लॉन्च करेगी?
क्या टेस्ला की यह गतिविधि केंद्र सरकार की PLI स्कीम के तहत हो रही है?
फैक्ट्री की लोकेशन क्या पुणे या तमिलनाडु हो सकती है?
क्या टेस्ला भारत में गीगाफैक्ट्री भी स्थापित करने की तैयारी में है?
साइड एंगल : भारतीय कमर्शियल रियल एस्टेट में विदेशी कंपनियों का भरोसा
भारत में EV इकोसिस्टम को मिलेगा बूस्ट: टेस्ला की एंट्री से बैटरी निर्माण, चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर और ग्रीन एनर्जी सेक्टर में तेज़ी आ सकती है।
रियल एस्टेट सेक्टर में विदेशी विश्वास: कुर्ला और बीकेसी जैसे हाई वैल्यू लोकेशंस में निवेश से भारतीय कमर्शियल रियल एस्टेट में विदेशी कंपनियों का भरोसा दिखता है।
मेक इन इंडिया की जीत: टेस्ला का लोकल ऑपरेशन भारत सरकार के ‘मेक इन इंडिया’ विजन को ग्लोबल पहचान दे सकता है।
भारत में विस्तार की दिशा में अहम कदम उठाया
बहरहाल टेस्ला ने मुंबई के कुर्ला में नया ऑफिस लीज पर लेकर भारत में अपने विस्तार की दिशा में अहम कदम उठाया है। यह टेस्ला का भारत में चौथा ऑफिस है, जिससे इसके उत्पादन और सप्लाई चेन की तैयारियों का संकेत मिलता है। इस कदम से टेस्ला की भारत में फैक्ट्री और लोकल मैन्युफैक्चरिंग की योजना को बल मिल सकता है।