रूस का कुरिल द्वीप समूह रिंग ऑफ फायर का हिस्सा माना जाता है। यहां भूकंप और ज्वालामुखी गतिविधियां होती रहती है। बुधवार को आए भूंकप के कारण रूस, जापान और अन्य देशों में सुनामी आने की चेतावनियां जारी की गई थी। आज भूकंप का केंद्र धरती से 10 किलोमीटर नीचे रहा। अभी तक भूकंप से किसी बड़े नुकसान या सुनामी की खबर नहीं मिली है। भू वैज्ञानिकों ने कहा कि इस क्षेत्र में अभी ऑफ्टरशॉक्स जारी रह सकते हैं। भू वैज्ञानिकों ने कहा कि यह क्षेत्र मेगाथ्रस्ट फॉल्ट पर स्थित है। यहां प्रशांत प्लेट और अमेरिकन प्लेट आपस में टकराती हैं। इस कारण भूकंप की संभावना बनी रहती है।
बुधवार को 8.8 तीव्रता का आया था भूकंप
रूस में बुधवार, 30 जुलाई को 14 साल में दुनिया का अब तक का सबसे खतरनाक भूकंप (Earthquake) आया है। इस भूकंप की रिक्टर स्केल पर तीव्रता 8.8 रही और गहराई 20.7 किलोमीटर रही। भारतीय समयानुसार यह भूकंप सुबह 4 बजकर 54 मिनट पर आया। भूकंप कमचातका प्रायद्वीपीय (Kamchatka Peninsula) इलाके में आया था। भूकंप इतना जोरदार था कि आसपास के कई देशों में भी इसका झटका महसूस किया गया, जिससे हाहाकार मच गया। इस भूकंप के बाद आसपास के इलाकों में कई आफ्टरशॉक्स आए।
भयानक भूकंप के बाद रूस, जापान, अमेरिका, चीन, इंडोनेशिया, इक्वाडोर, चिली, कोस्टा रिका, फ्रेंच पोलिनेशिया और गुआम के कोस्टल इलाकों में सुनामी का अलर्ट जारी कर दिया गया था। कुछ ही देर बाद रूस और जापान में कुछ कोस्टल इलाकों में सुनामी आयी। समुद्री लहरें कई फीट ऊपर तक उठीं। ज्वालामुखी विस्फोट भी हुए।