पीएम मोदी ने की बाइडन के पूरी तरह स्वस्थ होने की कामना
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर लिखा, “जो बाइडन के स्वास्थ्य के बारे में सुनकर मैं बहुत चिंतित हूँ। हम उनके जल्द और पूरी तरह स्वस्थ होने की कामना करते हैं। हमारी संवेदनाएँ डॉ. जिल बाइडन और उनके परिवार के साथ हैं।” बाइडन के पास क्या हैं ऑप्शंस?
बाइडन के मामले में कैंसर आक्रामक प्रकृति का है और उनकी हड्डियों तक फैल चुका है। ऑरलैंडो हेल्थ मेडिकल ग्रुप के यूरोलॉजिस्ट डॉ. जैमिन विनोद ब्रह्मभट्ट के अनुसार इस स्थिति में ज़्यादा ऑप्शंस नहीं होते। हालांकि कीमोथेरेपी, स्टेरॉयड और हार्मोन थेरेपी जैसे चिकित्सा आधारित उपचार उपलब्ध हैं, लेकिन उनमें से कोई भी ‘उपचारात्मक’ नहीं है, बल्कि उनसे सिर्फ इसे कुछ सालों के लिए कंट्रोल किया जा सकता है। बाइडन के कैंसर को हार्मोन संवेदनशील भी कहा जा जाता है, जिसका मतलब है कि कैंसर बढ़ने या विकसित होने के लिए हार्मोन का इस्तेमाल करता है। इस प्रकार के कैंसर को दवाओं द्वारा कंट्रोल किया जा सकता है या शरीर में हार्मोन की मात्रा को अवरुद्ध या कम करके भी कंट्रोल करने का ऑप्शन होता है।