टारपीडो की तरह अंदर खिंच गया शरीर
MRI मशीन की तीव्र चुंबकीय शक्ति के कारण वह व्यक्ति अचानक मशीन की ओर खिंच गया। इस दौरान, वहां मौजूद तकनीशियन कुछ कर नहीं पाए। पत्नी एड्रिएन जोन्स ने कहा, “मैं चिल्ला रही थी — 911 को कॉल करो, मशीन को बंद करो! लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।”
पहले भी स्टाफ से हो चुकी थी बातचीत
एड्रिएन ने यह भी दावा किया कि उनके पति की चेन को लेकर पहले भी MRI स्टाफ से चर्चा हो चुकी थी। यह पहली बार नहीं था कि उन्होंने चेन पहनी थी, लेकिन शायद सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन नहीं हुआ।
विशेषज्ञों की चेतावनी
MRI मशीनें बेहद शक्तिशाली चुंबकीय क्षेत्र उत्पन्न करती हैं, जो मोबाइल, चाबी, और यहां तक कि ऑक्सीजन सिलेंडर जैसी धातु वस्तुओं को भी तेजी से खींच सकती हैं। डॉ. पायल सूद कहती हैं, “इसलिए मरीजों और उनके परिजनों को पहले ही सारी धातु वस्तुएं हटाने के लिए कहा जाता है। यह लापरवाही नहीं होनी चाहिए।”
मेडिकल समुदाय हैरत में
डॉक्टर और मेडिकल तकनीशियन इस घटना से सकते में हैं। MRI जैसी उच्च-तकनीकी प्रक्रिया में यह चूक कैसे हुई – इस पर व्यापक बहस छिड़ गई है। आम जनता में डर
लोग अब MRI जांच को लेकर चिंतित हो गए हैं। सोशल मीडिया पर कई यूज़र्स पूछ रहे हैं कि अगर किसी व्यक्ति के गले में 9 किलो की चेन दिखी ही नहीं, तो सुरक्षा जांच कहां थी? “अगर टेक्नीशियन मौजूद था तो मशीन ON कैसे थी? MRI रूम में बिना जांच के कोई कैसे गया?” – एक यूज़र का सवाल।
क्या जांच के नए नियम बनेंगे ?
इस घटना के बाद कई चिकित्सा संस्थानों में सुरक्षा प्रोटोकॉल की समीक्षा शुरू हो गई है। संभावना है कि अब मरीजों के परिजनों को भी MRI रूम में जाने से पहले मेटल डिटेक्टर जांच से गुजरना अनिवार्य होगा।
क्या अस्पताल पर कार्रवाई होगी ?
स्थानीय पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की तरफ से मेडिकल सेंटर पर लापरवाही की जांच शुरू हो चुकी है। यदि निष्कर्ष लापरवाही की पुष्टि करते हैं, तो संस्थान का लाइसेंस निलंबित भी हो सकता है।
मेडिकल असिस्टेंट की ट्रेनिंग पर उठे सवाल
क्या MRI टेक्नीशियन को आपात स्थिति में मशीन बंद करना आता था? क्या MRI ऑपरेटर की ट्रेनिंग पूरी थी? ये अब जांच का विषय हैं। अब मानसिक आघात झेल रही पत्नी
पीड़ित की पत्नी एड्रिएन जोन्स ने बताया कि हादसा उनके सामने हुआ और उनके पति ने उनकी बाहों में दम तोड़ा। यह मानसिक सदमा अब उनके लिए जीवनभर का दर्द बन चुका है।