Plane Crash In Bangladesh: डॉक्टरों की टीम पहुंची ढाका, बांग्लादेश स्वास्थ्य के मामले में भारत पर कितना निर्भर? आंकड़ों और तथ्यों से जानें
India Doctors and Nurses sent to Bangladesh: बांग्लादेश से भारत आने वाले मेडिकल टूरिस्ट सबसे ज्यादा कोलकाता पहुंचते हैं। इसकी बड़ी वजहों में से एक यह है कि वहां के 70 फीसदी स्वास्थ्य केंद्रों पर स्वास्थ्य परीक्षणों के उपकरण की कमी है।
बांग्लादेश में प्लेन क्रेश की तस्वीर। भारत से डॉक्टर और नर्स भेजे गए। (फोटो: @IndiaDefDaily X Account)
Bangladesh Plane Crash: बांग्लादेश में जेट हादसे (Bangladesh Plane Crash) में अब तक 32 लोगों की मौत हो चुकी है। इस हादसे में मरने वालों में 25 बच्चे शामिल हैं। बांग्लादेश की राजधानी ढाका में इस हादसे में जख्मी हुए यात्रियों के उचित इलाज के लिए भारत ने बर्न स्पेलिस्ट डॉक्टर और नर्स की एक टीम 23 जुलाई 2025 को भेज दिया था। इस टीम में नई दिल्ली के राम मनोहर लोहिया और सफदरजंग अस्पताल से एक-एक डॉक्टर और बर्न डिपार्टमेंट में काम करने वाली नर्स शामिल (India sent Burn Specialist Doctor and nurse team for Bangladesh) हैं। ऐसा नहीं बांग्लादेश को भारत स्वास्थ्य संबंधी सहायता पहली बार या इमरजेंसी की हालात में मुहैया करा रहा है। बांग्लादेश से हर साल लाखों की संख्या में लोग भारत आकर स्वास्थ्य से जुड़ी परेशानियों का इलाज करवाते हैं। आइए इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
Medical Tourist from Bangladesh to India: भारत में दुनिया के दूसरे देशों से इलाज करवाने आने वाले मरीजों में से आधे से ज्यादा तो बांग्लादेश से आते हैं। वर्ष 2019 में भारत में 6,97,357 मरीज दूसरे देशों से आए जिनमें से 15 फीसदी से ज्यादा बांग्लादेश से आए थे। कोविड 19 महामारी के बाद वहां से भारत आने वाले मरीजों की संख्या में काफी कमी दर्ज की गई लेकिन वर्ष 2021 में फिर से इसमें काफी इजाफा दर्ज किया गया। वहीं द हिन्दू की एक रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2023 में वर्ष 2022 की तुलना में बांग्लादेश से मेडिकल टूरिस्टों की संख्या में 48 फीसदी का इजाफा दर्ज किया गया। वर्ष 2023 में 4.49 लाख लोग बांग्लादेश से मेडिकल वीजा पर भारत आए थे।
मेडिकल टूरिज्म के मामले में भारत 10वें पायदान पर
अमेरिका के इंटरनेशनल हेल्थ केयर रिसर्च सेंटर (International Health Care Research Centre) के अनुसार, दुनिया में मेडिकल टूरिज्म के टॉप 46 देशों में भारत 10वें स्थान पर है। इस मामले में एशिया में भारत 5वें स्थान पर है। भारतीय पर्यटन मंत्रालय (Indian Tourism Ministry) के अनुसार, भारत में सालाना मेडिकल टूरिज्म का कारोबार 5,17,92,39,000 से लेकर 6,90,65,24,000 रुपये के करीब है। फिक्की (FICCI) के अनुसार, दुनिया में वर्ष 2022 में मेडिकल टूरिज्म का कारोबार 99,79,17,00,00,000 रुपये था जो वर्ष 2020 में बढ़कर 23.86 लाख करोड़ रुपये के करीब हो जाएगा।
मेडिकल टूरिस्ट एक ट्रिप में 6 लाख रुपये तक करते हैं खर्च
एक अनुमान के अनुसार करीब 1 करोड़ 40 लाख लोग दुनिया के अलग अलग मुल्कों में इलाज कराने जाते हैं। मरीज हर मेडिकल ट्रिप पर 3.28 लाख रुपये से लेकर 6.05 लाख रुपये खर्च करते हैं।
भारत और अन्य एशियाई देशों में इलाज पर आता है कितना खर्च?
बांग्लादेश के किन रोगों के मरीज सबसे ज्यादा पहुंचते हैं भारत
Bangladesh Medical Tourists favorite destination in India : बांग्लादेश से भारत आने वाले मेडिकल टूरिस्ट सबसे ज्यादा कोलकाता पहुंचते हैं। इसकी बड़ी वजह यह है कि वहां के 70 फीसदी स्वास्थ्य केंद्रों पर स्वास्थ्य परीक्षणों के उपकरण की कमी है। बांग्लादेश से आए मरीजों के इलाज के दौरान कोलकाता के ज्यादातर डॉक्टर मरीजों से दोबारा टेस्ट करवाते हैं। क्योंकि उन्हें बांग्लादेश की स्वास्थ्य सेवा और जांच व परीक्षण से जुड़े लैब के परिणामों पर भरोसा नहीं होता है। बांग्लादेश से भारत ज्यादातर कैंसर, आईवीएफ, गैस्ट्रो और कार्डियों के मरीज सबसे ज्यादा आते हैं।
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