भारत-पाकिस्तान तनाव के कुछ पहलू
ध्यान रहे कि भारत-पाकिस्तान तनाव (India-Pakistan Tensions) हमेशा एक संवेदनशील और महत्वपूर्ण मुद्दा रहा है, जो दोनों देशों के राजनीतिक, सैन्य, और कूटनीतिक संबंधों को प्रभावित करता है। इस तनाव के प्रमुख कारणों में कश्मीर विवाद, सीमा संघर्ष, आतंकवाद, और दोनों देशों के परमाणु हथियारों के अस्तित्व जैसे मुद्दे शामिल हैं।
देशों के बीच सबसे पुराना और सबसे संवेदनशील मुद्दा कश्मीर
कश्मीर का विवाद दोनों देशों के बीच सबसे पुराना और सबसे संवेदनशील मुद्दा है। दोनों देशों का दावा है कि कश्मीर उनका हिस्सा है, जिससे सीमा पर कई बार संघर्ष हुआ है। 1947 में भारत के विभाजन के समय कश्मीर का विशेष दर्जा दिया गया था, जिसे 2019 में भारत सरकार ने रद्द कर दिया, जिससे तनाव और बढ़ गया।
पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठनों के भारत पर आतंकी हमले
पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठनों का भारत पर हमले करना और भारत द्वारा पाकिस्तान पर आरोप लगाना भी तनाव का एक प्रमुख कारण है। 2001 संसद हमला, 26/11 मुंबई हमले और पुलवामा हमला जैसे घटनाओं ने दोनों देशों के रिश्तों को और खराब किया।
सैन्य संघर्ष के बाद परमाणु युद्ध की आशंका
भारत और पाकिस्तान दोनों ही परमाणु शक्ति संपन्न देश हैं, और दोनों के बीच सीमा पर कभी भी सैन्य संघर्ष के बाद परमाणु युद्ध की आशंका बनी रहती है। यह एक और बड़ा कारण है जो तनाव को और जटिल बनाता है।
आतंक के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर
ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) एक सैन्य कार्रवाई है जिसे भारतीय सेना ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) और पाकिस्तान में स्थित आतंकवादी ठिकानों पर हमले के रूप में अंजाम दिया है। यह ऑपरेशन खासतौर पर पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद शुरू किया गया है, जिसमें भारत के सैनिकों और नागरिकों पर हमले हुए थे। ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाते हुए सटीक मिसाइल हमले किए थे। यह ऑपरेशन 2023 में, भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच हुआ था और इसका उद्देश्य आतंकवादी समूहों को निशाना बनाना था, जो भारत में हमलों के लिए पाकिस्तान से संचालित हो रहे थे।