AI लाएगा ‘नरक जैसा दौर’
मो गावदत, जो पहले गूगल की रिसर्च डिवीजन Google X में काम कर चुके हैं, ने कहा कि AI का तेजी से विकास मानवता के लिए दोधारी तलवार साबित होगा। उनका कहना है कि अगले 15 साल तक AI नौकरियों को निगल जाएगा, खासकर व्हाइट कॉलर जॉब्स (जैसे कि डिग्री और स्किल्स पर आधारित नौकरियां) पर सबसे ज्यादा खतरा मंडरा रहा है। उन्होंने अपनी स्टार्टअप कंपनी Emma.love का उदाहरण देते हुए बताया कि पहले 350 लोगों की जरूरत वाली कंपनी अब केवल 3 लोग AI की मदद से चला रहे हैं। इससे साफ है कि AI के कारण बड़े पैमाने पर नौकरियां खत्म हो रही हैं।
आर्थिक असमानता का खतरा
गावदत ने चेतावनी दी कि AI का फायदा केवल कुछ चुनिंदा अमीर और ताकतवर लोग ही उठा पाएंगे, जिससे मध्यम वर्ग लगभग खत्म हो जाएगा। उनके अनुसार, अगर कोई व्यक्ति समाज के टॉप 0.1% में नहीं है, तो वह आम लोगों की तरह ही रह जाएगा। इससे आर्थिक असमानता बढ़ेगी, अकेलापन और मानसिक समस्याएं बढ़ेंगी, और सामाजिक विभाजन गहराएगा। उन्होंने यह भी कहा कि अगर सरकारें और समाज समय रहते सही कदम नहीं उठाते, तो हालात और बिगड़ सकते हैं।
2040 के बाद आएगा ‘स्वर्ग जैसा युग’
हालांकि, गावदत ने भविष्य के लिए एक उम्मीद की किरण भी दिखाई। उन्होंने कहा कि 2040 के बाद AI का बुरा दौर खत्म हो सकता है और एक ‘स्वर्ग जैसा युग’ शुरू होगा। इस नए युग में लोग उबाऊ और दोहराव वाले कामों से मुक्त हो जाएंगे और मानवता प्यार और सहयोग के साथ आगे बढ़ेगी। लेकिन इसके लिए समाज को अभी से सही दिशा में फैसले लेने होंगे।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
टेक्नोलॉजी और AI पर नजर रखने वाले विशेषज्ञों का कहना है कि गावदत की भविष्यवाणी चिंताजनक जरूर है, लेकिन यह AI के तेजी से बढ़ते प्रभाव को दर्शाती है। नवभारत टाइम्स के डिजिटल कंटेंट प्रोड्यूसर रौनक भैड़ा के अनुसार, AI से जुड़ी नीतियों और नियमों पर सरकारों को तत्काल ध्यान देना होगा ताकि इसके नकारात्मक प्रभावों को कम किया जा सके।