‘बिग ब्यूटीफुल बिल’ की आलोचना
मस्क ने अपनी पोस्ट में लिखा, “मैं अब और सहन नहीं कर सकता। विशेष सरकारी कर्मचारी के रूप में मेरा कार्यकाल समाप्त हो रहा है। मैं राष्ट्रपति ट्रंप को सरकारी खर्च कम करने का अवसर देने के लिए धन्यवाद देता हूं, लेकिन उनके हालिया फैसले अस्वीकार्य हैं।” मस्क ने विशेष रूप से ट्रंप के ‘बिग ब्यूटीफुल बिल’ की आलोचना की, जिसके तहत सीमा सुरक्षा और अवैध आप्रवासियों को हटाने के लिए 1 ट्रिलियन डॉलर का खर्च प्रस्तावित है। मस्क का मानना है कि यह खर्च संघीय बजट घाटे को 3.8 ट्रिलियन डॉलर तक बढ़ा सकता है।
ट्रंप-मस्क के बीच दरार की वजह
मस्क और ट्रंप के बीच तनाव की खबरें पहले भी सामने आ रही थीं। मार्च 2025 में कैबिनेट मंत्रियों के साथ मस्क की तीखी बहस हुई थी, जिसमें ट्रंप ने हस्तक्षेप करते हुए मस्क की शक्तियों को सीमित करने का संकेत दिया था। मस्क की DOGE टीम ने सरकारी विभागों में भारी कटौती की कोशिश की, जिसका परिवहन और विदेश मंत्रालय जैसे विभागों ने विरोध किया।
मस्क और ट्रंप में असहमति
सूत्रों के मुताबिक, मस्क ट्रंप की टैक्स कट नीति और बड़े पैमाने पर खर्च वाले बिल से भी असहमत थे। मस्क ने CBS को दिए एक साक्षात्कार में कहा, “राजनीति में जितना करना था, कर लिया। अब मैं अपने कारोबार पर ध्यान दूंगा।” इसके अलावा, मस्क के कारोबारी हित, खासकर टेस्ला और स्पेसएक्स, भी उनके इस फैसले की एक बड़ी वजह माने जा रहे हैं।
ट्रंप की प्रतिक्रिया
ट्रंप ने मस्क के इस्तीफे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “एलन एक महान व्यक्ति हैं और वे हमेशा हमारे साथ रहेंगे।” उन्होंने ओवल ऑफिस में मस्क के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की घोषणा की, जिसमें उन्होंने मस्क के योगदान की तारीफ की। हालांकि, विश्लेषकों का मानना है कि दोनों के बीच व्यक्तित्व और नीतियों को लेकर गहरे मतभेद उभर आए हैं।
क्या होगा असर?
मस्क के इस कदम से ट्रंप प्रशासन को बड़ा झटका लगा है, क्योंकि मस्क ने 2024 के चुनाव में ट्रंप के लिए 250 मिलियन डॉलर का योगदान दिया था। मस्क की DOGE से विदाई और उनकी खुली आलोचना से ट्रंप की नीतियों पर सवाल उठ रहे हैं। कुछ X यूजर्स का कहना है कि मस्क का यह फैसला उनके भारत में कारोबारी हितों से भी जुड़ा हो सकता है, हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हुई है। मस्क की इस विदाई ने अमेरिकी राजनीति में नई चर्चाओं को जन्म दिया है।