व्यवसायी का आरोप है कि पवन सिंह, महाराष्ट्र निवासी प्रेमशंकर राय, उनकी पत्नी सीमा राय और एक अन्य व्यक्ति ने मिलकर उससे करीब डेढ़ करोड़ रुपये की ठगी की। पैसे वापस मांगने पर उसे हत्या की धमकी भी दी गई।
फिल्म के नाम पर निवेश का झांसा पीड़ित विशाल सिंह का कहना है कि साल 2017 में प्रेमशंकर राय और उनकी पत्नी ने खुद को फिल्म निर्माता बताते हुए निवेश का प्रस्ताव दिया। उन्होंने दावा किया कि भोजपुरी फिल्म में पैसा लगाने से मोटा मुनाफा मिलेगा और सरकार की ओर से सब्सिडी भी वापस मिलेगी।
इसी दौरान उसकी मुलाकात पवन सिंह से कराई गई और दबाव डालकर निवेश कराया गया। पहले चरण में व्यवसायी ने अपने और भाई की फर्म से करीब 32.60 लाख रुपये विभिन्न खातों में जमा किए।
जुलाई 2018 में एक होटल में बैठक के दौरान आरोपियों ने लेटरहेड पर एग्रीमेंट बनाकर विशाल सिंह को फिल्म ‘बॉस’ का निर्माता घोषित कर दिया और 50% मुनाफा देने का वादा किया। इसके बाद पीड़ित ने फिल्म में लगभग 1.25 करोड़ रुपये और निवेश कर दिए।
मुनाफा दबाने का आरोप व्यवसायी के मुताबिक फिल्म पूरी होने के बाद पता चला कि यह बिक चुकी है और करोड़ों का मुनाफा भी हुआ है, लेकिन उसे न तो पैसा दिया गया और न ही हिस्सा। रकम मांगने पर पवन सिंह ने कथित तौर पर उसे जान से मारने की धमकी दी।
कोर्ट के आदेश पर पुलिस कार्रवाई व्यवसायी ने पहले कैंट थाने और फिर पुलिस आयुक्त से शिकायत की, लेकिन सुनवाई न होने पर उसने अदालत का रुख किया। न्यायालय ने मामले को गंभीर मानते हुए विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया। अब पुलिस बैंक खातों और फिल्म फंडिंग की जांच कर रही है और जल्द ही पवन सिंह का बयान दर्ज किया जाएगा।