जानकारी मिली है की जब तक उज्जैन का स्थायी स्टूडियो तैयार नहीं होता, तब तक अस्थायी प्रसारण व्यवस्था आकाशवाणी इंदौर से की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि बहुत जल्द उज्जैन का अपना आकाशवाणी केंद्र होगा, जिससे धार्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियों को नई पहचान और सशक्त मंच मिलेगा। इधर, आकाशवाणी उज्जैन के लिए विभिन्न पदों पर असाइनी पैनल चयन की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। इसके तहत अभ्यर्थियों के लिए तीन चरणों में परीक्षा आयोजित की जाएगी।
तीन चरणों को पार करने पर होगा चयन
सभी आवेदकों की 20 अगस्त को दस्तावेज सत्यापन के बाद दोपहर 12 से लिखित परीक्षा होगी। लिखित परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों को 21 अगस्त को स्वर परीक्षा देनी होगी। इसमें उच्चारण, भाषा पर पकड़, स्वरों का उतार-चढ़ाव, संवाद अदायगी, शैली और संप्रेषण कौशल का मूल्यांकन किया जाएगा। यह 100 अंकों का होगा और पास होने के लिए न्यूनतम 50 अंक जरूरी होंगे। स्वर परीक्षण में सफल उमीदवारों को 22 अगस्त को व्यक्तिगत साक्षात्कार के लिए बुलाया जाएगा। चयनित अभ्यर्थियों को सात दिन का प्रशिक्षण लेना अनिवार्य होगा।
6 बार मिल सकता है अवसर
आकाशवाणी ने स्पष्ट किया है कि यह प्रक्रिया किसी नियमित रोजगार के लिए नहीं है। चयनित अभ्यर्थियों को आवश्यकता के अनुसार बुक किया जाएगा। एक व्यक्ति को महीने में न्यूनतम 0 और अधिकतम 6 बार अवसर मिल सकता है। सभी मामलों में आकाशवाणी का निर्णय अंतिम रहेगा। आकाशवाणी उज्जैन की स्थापना न केवल शहर के सांस्कृतिक और धार्मिक जीवन को नई ऊर्जा देगी बल्कि स्थानीय युवाओं को रेडियो प्रसारण से जुड़ने और अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर भी प्रदान करेगी।