यूपी योद्धा के लिए सालों से खेल रहे सुरेंदर गिल पूरे सीजन फीके रहे और 11 मैच खेलने के बाद सिर्फ 43 रेड प्वाइंट्स हासिल कर पाए। सीजन के सबसे महंगे खिलाड़ी सचिन तंवर भी फ्लॉप रहे। तमिल थलाइवाज के लिए खेलते हुए सचिन ने 17 मैच खेलने के बाद सिर्फ 82 अंक हासिल किए। प्रो कबड्डी लीग के सबसे बड़े स्टार्स में से एक मनिंदर सिंह का जादू भी फीका पड़ गया। मनिंदर सिंह ने 15 मैच खेले और 100 रेड प्वाइंट्स हासिल किए। सीजन 8 में सबसे तेजी से 100 रेड प्वाइंट हासिल कर इतिहास रचने वाले नवीन कुमार 16 मैचों के बाद 97 रेड प्वाइंट्स ही जुटा पाए।
प्रो कबड्डी सीजन 12 के ऑक्शन में अनसोल्ड रहने के बाद संन्यास लेने वाले डुबकी किंग के नाम से मशहूर परदीप नरवाल 20 मैचों में 111 रेड प्वाइंट्स हासिल कर पाए। पवन सहरावत ने 13 मैचों में 129, गुमान सिंह ने 22 मैचों में 159, अर्जुन देशवाल ने 23 मैचों में 227 और आशु मलिक ने 23 मैचों में 262 रेड प्वाइंट्स हासिल किए थे। हरियाणा स्टीलर्स से गुजरात जायट्स पहुंचे देवांक दलाल ने 301 रेड प्वाइंट्स हासिल किए और हरियाणा को खिताब जिताने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
PKL 11 में 10 सुपरस्टार का प्रदर्शन
23 मैच- आशु मलिक (दबंग दिल्ली) 262 रेड प्वाइंट्स
23 मैच- अर्जुन देशवाल (जयपुर पिंक पैंथर्स) 227 रेड प्वाइंट्स
22 मैच- गुमान सिंह (गुजरात जायंट्स) 159 रेड प्वाइंट्स
13 मैच- पवन सहरावत (तेलुगु टाइटंस) 129 रेड प्वाइंट्स
20 मैच- परदीप नरवाल (बेंगलुरु बुल्स) 111 रेड प्वाइंट्स
15 मैच- मनिंदर सिंह (बंगाल वॉरियर्स) 100 रेड प्वाइंट्स
16 मैच- नवीन कुमार (दबंग दिल्ली) 97 रेड प्वाइंट्स
17 मैच- सचिन तंवर (तमिल थलाइवाज) 82 रेड प्वाइंट्स
17 मैच- अजिंक्य पवार (बेंगलुरु बुल्स) 62 रेड प्वाइंट्स
11 मैच- सुरेंदर गिल (यूपी योद्धा) 43 रेड प्वाइंट्स