क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, शुक्रवार यानी 02 मई 2025 को बिसवा गांव के मुरैटोला के रहने वाले रमेशचंद्र के बेटे आशीष के किशोरी को बाजार से पैसा निकलवाने की बात कहकर दोपहर में ले गया। देर रात तक किशोरी वापस घर नहीं आई और उसका फोन भी वेइच ऑफ आने लगा। परेशान घरवालों ने शनिवार यानी 03 मई 2025 को थाने में लापता का मुकदमा दर्ज कराया था।
04 मई को मिली लाश
मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस ने लड़की की तलाश शुरू कर दी लेकिन उसका कोई पता नहीं सका। रविवार यानी 04 मई 2025 को जब गांव की महिलाएं पडोसी गांव जगदीशपुर के विश्वनाथ के खेत में एक लड़की की लाश देखी। उन्होंने इसकी सूचना गांव के प्रधान अनवर को दी और अनवर ने इसकी सूचना लापता किशोरी के परिजन और पुलिस को दी।
मौके पर पहुंची पुलिस
घटना की सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष अतुल शुक्ला, सीओ महमूदाबाद वेद प्रकाश श्रीवास्तव व एडिशनल एसपी डॉ प्रवीण रंजन सिंह व फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची। परिजनों ने लड़की के शव की पहचान की। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
क्या है मृत लड़की और आरोपी के बीच संबंध
गांववालों और मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आरोपी आशीष और मृतका के बीच पिछले दो सालों से प्रेम संबंध की बात सामने आ रही है। हालांकि मृतका कि बात ने इससे इंकार किया और कहा कि आरोपी आशीष पिछले दो साल से मेरे घर आता-जाता है। बेटी से प्रेम संबंध जैसी कोई बात नहीं थी। किशोरी की मां कहा कि बेटी के साथ गलत काम हुआ है और इसमें अन्य लोग भी आरोपी आशीष के साथ थे। पुलिस ने क्या कहा ?
सीओ वेद प्रकाश ने बताया कि आरोपी आशीष मौर्य आपराधिक प्रवृत्ति का व्यक्ति है और पुलिस उसकी तलाश कर रही है। उनके अनुसार, आशीष और मृत किशोरी के बीच पिछले दो वर्षों से जान-पहचान थी। किशोरी की मां ने 2 मई को आशीष मौर्य के खिलाफ अपनी बेटी को बहला-फुसलाकर ले जाने का आरोप लगाते हुए थाने में शिकायत दर्ज करवाई थी। रविवार को जगदीशपुर गांव में किशोरी का शव बरामद हुआ। बताया गया कि आशीष लखनऊ के फैजुल्लागंज में काम करता है, जहां किशोरी के माता-पिता भी मजदूरी करते थे। दोनों की मुलाकात वहीं हुई थी।