भाइयों ने पुलिस पकड़ पुलिस को सौंपा
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार झगड़े के दौरान बनवारी लाल के भाई बाबूलाल व नेमीचंद ने भी बीच बचाव का प्रयास किया, लेकिन अचानक हुए हमले को वे भी नहीं रोक सके। बाद में उन्होंने ही उसे पकड़ जीणमाता थाना पुलिस को सौंपा। सूचना पर डिप्टी कैलाश कंवर, थानाधिकारी दलीप सिंह व एफएसएल की टीम भी मौके पर पहुंची।
खेत व भात बना विवाद का कारण
इंद्रपुरा में हुई हत्या के पीछे परिवार में खेत व भात का विवाद बताया जा रहा है। जानकारी के अनुसार मृतक के 9 भाइयों के परिवार में तीन की पहले मौत हो चुकी है, जिनमें से एक लालचंद के हिस्से के खेत को बाकी 6 भाई बारी-बारी से बौतें हैं। लेकिन चतुर्भज उसे अकेले ही बौना चाहता था। बहन के भात में भाइयों की सहमति बिना ज्यादा रुपए खर्च करने पर भी उसका अन्य भाईयों से विवाद चल रहा था। ये ही विवाद हत्या की जड़ बना।
बेटी ने बताया हादसा
इधर, आरोपी चतुर्भुज की बेटी सुनीता ने हत्या को हादसा बताया है। पिता को बेकसूर बताते हुए उसने कहा कि झगड़े के दौरान छत से ईंट सिर पर गिरने से उसके ताउजी की मौत हुई है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।