बुगदा: क्षतिग्रस्त सड़क से होती है शहर में एंट्री, जिमेदार बेखबर
सीकर से दिल्ली की ओर जाने वाले मुय मार्ग पर स्थित बुगदा क्षेत्र में आरओबी के नीचे की सड़क बेहद जर्जर हालत में है। सड़क जगह-जगह से टूटी हुई है, जिससे सीकर की ओर आने वाले वाहनों को क्षतिग्रस्त और जोखिमभरे रास्ते से शहर में प्रवेश करना पड़ रहा है। बारिश के मौसम में हालात और भी खराब हो रहे हैं, क्योंकि आधे शहर का पानी इसी रास्ते से होकर गुजरता है। इससे टूटी सड़कें और भी खतरनाक बन रही हैं और राहगीरों तथा वाहन चालकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। आरओबी पर चढ़ने से पहले वाहन चालकों को गहरे गड्ढों से होकर गुजरना पड़ता है, जिससे दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है। हैरानी की बात यह है कि यह जगह पूर्व पालिका अध्यक्ष महेश मेगोतिया के निवास के सामने स्थित है, फिर भी अब तक कोई ध्यान नहीं दिया गया है। स्थानीय लोगों की मांग है कि जल्द से जल्द इस सड़क की मरमत कर लोगों को राहत दी जाए। हालांकि यहां जल्द ही नई रोड बनाई जाएगी।
खेतड़ी रोड: एक तरफ ऊंची सड़क, दूसरी तरफ बारिश का पानी
खेतड़ी रोड की ओर बढ़ते ही स्थिति साफ हो जाती है। यहां नई सड़क का निर्माण कार्य जारी है। एक ओर सड़क को ऊंचा किया गया है और उस पर मिट्टी डाली गई है, जो बारिश में कीचड़ में तब्दील हो चुकी है। दूसरी ओर सड़क नीची होने के कारण वहां बारिश का पानी भर गया है और पूरी सड़क जलमग्न हो गई है। इस स्थिति से राहगीरों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ना तो वहां कोई चेतावनी बोर्ड लगाया गया है, और ना ही पैदल चलने वालों के लिए कोई वैकल्पिक रास्ता उपलब्ध है। निर्माण कार्य के दौरान लोगों की सुरक्षा और सुविधा की अनदेखी साफ तौर पर नजर आ रही है।
शाहपुरा रोड: हाल बेहाल, खुद देखिए
शहर की मुय सड़कों में शामिल शाहपुरा रोड की हालत इन दिनों बेहद खराब है। खेतड़ी मोड़ से लेकर आरओबी तक दर्जनभर स्थानों पर सड़क जगह-जगह से टूट चुकी है और गड्ढों में तब्दील हो गई है। गणगौर चौक, मोदी धर्मशाला के पास, बीएसएनएल कार्यालय के सामने और पेट्रोल पंप के आसपास सड़क की स्थिति सबसे ज्यादा खराब है।बारिश के मौसम में ये गड्ढे पानी से भर जाते हैं, जिससे इनकी गहराई का अनुमान लगाना मुश्किल हो जाता है। इसका खामियाजा वाहन चालकों को भुगतना पड़ रहा है। खासकर दोपहिया वाहन चालक आए दिन फिसल कर गिर रहे हैं और घायल हो रहे हैं।हैरानी की बात यह है कि इसी सड़क से जिमेदार अधिकारी भी रोजाना गुजरते हैं, लेकिन हालात सुधारने के लिए अब तक कोई कदम नहीं उठाया गया है। हालांकि यह सड़क जल्द ही नए सिरे से बनने वाली है, लेकिन फि लहाल की बदहाल स्थिति ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है।
छावनी: कोर्ट के सामने खतरनाक मोड़, कभी भी हो सकता है हादसा
छावनी क्षेत्र में कोर्ट के सामने स्थित घुमाव पर सड़क की स्थिति इतनी खराब हो चुकी है कि कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। सड़क गड्ढों में तब्दील हो चुकी है और जगह-जगह से कंकरीट बाहर निकल रही है, जिससे वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बारिश के दौरान हालात और भी बदतर हो जाते हैं। लगातार दो तीखे घुमावों पर सड़क पूरी तरह से टूटी हुई है, जिससे खतरा और भी बढ़ गया है। एक मोड़ पर बारिश के पानी से भरे गड्ढों की गहराई का अंदाजा नहीं लग पाने के कारण वाहन चालकों की गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो रही हैं। स्थानीय लोग और राहगीर लगातार इस समस्या से जूझ रहे हैं, लेकिन अब तक प्रशासन की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। यह स्थिति किसी बड़े हादसे को न्योता दे सकती है। प्रशासन को चाहिए कि वह जल्द इस स्थान का निरीक्षण कर मरमत कार्य शुरू करवाए, ताकि दुर्घटनाओं को रोका जा सके।
चिंकारा कैंटीन: कीचड़ से गुजरने को मजबूर
छावनी रोड का वैकल्पिक मार्ग गांवड़ी मोड़ से शहर की ओर जाने वाला रास्ता गुरर्जर कॉलोनी में चिंकारा कैंटीन के पास पूरी तरह से बदहाल हो चुका है। इस मार्ग पर सड़क का कहीं नामोनिशान तक नहीं है। बरसात के मौसम में स्थिति और भी खराब हो रही है, जब यह पूरा रास्ता कीचड़ और गंदे पानी से भरा हुआ है। यहां से रोजाना सैकड़ों बच्चे सुबह, शाम को स्कूल जाने के लिए गुजरते हैं।इन मासूमों को कीचड़ से होकर निकलना पड़ता है, जिससे उनके फि सलने और चोटिल होने का खतरा बना रहता है। वहीं कैंटीन में आने वाले पूर्व सैनिक और उनके परिजनों को भी भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय लोगों की मानें तो कई बार शिकायतें करने के बावजूद अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। मासूम बच्चों की सुरक्षा और पूर्व सैनिकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन को जल्द से जल्द इस रास्ते की मरमत करानी चाहिए।