सड़क में होते हादसे
करीब चार हजार की आबादी वाले खेरी के लोगों का तीन किमी कच्चे रास्ते से जामली आना-जाना होता है। रास्ता ऐसा है कि पैदल चलना किसी चुनौती से कम नहीं। बारिश में कीचड़, गड्ढों में पानी भरने से हादसे की आशंका बढ़ गई है। ग्रामीणों ने जब काफिले को रोका तो कुछ लोग मंत्री से सड़क देखने के लिए चलने को कहने लगे। खेरी के राधेश्याम ने बताया कि मंत्री को रोड बनाने कई बार बताया है। जब चुनाव आते हैं तो कहते हैं बनवा देंगे, पर आज तक बनी नहीं। (villagers stop mp minister convoy) पूर्व विधायक ने सरकार को घेरा
विधानसभा चुनाव में सड़क निर्माण का वादा करने वाले पूर्व मंत्री करण सिंह वर्मा पर ग्रामीणों और महिलाओं ने वादाखिलाफी का आरोप लगाया है। खराब सड़क से कीचड़ और गड्ढों के कारण आवाजाही मुश्किल हो गई है। महिलाएं विरोध करती रहीं, लेकिन मंत्री गाड़ी से नहीं उतरे। इछावर के पूर्व विधायक शैलेंद्र पटेल ने भी 3 किमी सड़क निर्माण न होने पर सरकार को घे
रा। वहीं, आष्टा विधायक गोपाल सिंह द्वारा गोद लिए भूपोड़ गांव में भी सड़क न बनने पर ग्रामीण भड़क गए। जनसुनवाई में नाराज ग्रामीणों ने कहा, सड़क नहीं बनी तो विधायक कार्यालय में ही डटे रहेंगे। (villagers stop mp minister convoy)