पुलिस के अनुसार परिजनों ने बताया कि मृतकों की साली सिंगोर कलां निवासी सपना पुत्री राजू बैरवा का सोमवार को विवाह था। ऐसे में देर रात को पाणिग्रहण संस्कार की रस्म होनी थी। बारात की तैयारी के लिए तीन जनों को ससुराल से खण्डार सामान लेने भेजा था। ऐसे में रास्ते में तीनों बनास नदी में नहाने लग गए।
नहाते समय एक जने का अचानक पैर फिसल गया। दूसरे ने उसे पकडऩे की कोशिश की, लेकिन वह भी उसके साथ गहरे पानी में चला गया। इससे दोनों की डूबने से मौत हो गई। उनके तीसरे साथी ने पुलिस व परिजनों को घटना की सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों के सहयोग से नदी से बाहर निकाला। बाद में उन्हें खण्डार सीएचसी में लाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया।
शादी की खुशियां मातम में बदली
सिंगोर कलां गांव में कई दिनों से सपना की शादी की तैयारियां चल रही थी। ऐसे में परिजन व सभी रिश्तेदार तैयारियां करने के साथ खुशियां मना रहे थे। सोमवार को सभी के चेहरों में खुशियां झलक रही थी। वहीं सपना के दोनों जीजा भी बारात की आवभगत करने की तैयारियां कर रहे थे। इस दौरान बनास नदी में सपना के जीजा की मौत की खबर सुनते ही शादी की खुशियां मातम में बदल गई। शादी की सभी तैयारियां धरी रह गई। लोगों में चर्चा थी कि भगवान किसी के साथ ऐसा नहीं करें। सभी रिश्तेदारों, सगे संबंधियों की आंखे नम हो गई। घटना के बाद शादी की औपचारिकता ही पूरी की गई।
पति को याद कर दोनों बहनें बार-बार हो रही बेसुध
पति की मौत की खबर सुनते ही परिवार गमगीन हो गया। जिसने भी घटना के बारे में सुना, वे अस्पताल की ओर दौड़ पड़े। सपना की बहनों को जब घटना की जानकारी मिली तो वे पति को याद कर बार-बार बेसुध हो रही थी। महिलाएं उन्हें ढांढस बंधाने में लगी हुई थी।
बजरी के अवैध खनन से नदी में बन रही खाइयां
मृतकों के परिजनों व ग्रामीणों ने बताया कि पुलिस प्रशासन की अनदेखी के चलते क्षेत्र में सुप्रीम कोर्ट के आदेशों को धता बता कर हो रहे अवैध बजरी खनन से बनास नदी में गहरी खाइयां बन गई है। परिजनों व ग्रामीणों का आरोप है कि बनास नदी में दिन व रात जेसीबी व लोडरों से दो-दो, तीन-तीन मंजिल गहरी खाई खोद कर छोड़ देते हैं। बाद में बारिश होने पर उनमें पानी भरने से इस तरह के हादसे हो रहे हैं।