कांग्रेस और सपा नेताओं में छिड़ी हुई हा जुबान जंग
इन दिनों
सहारनपुर में सपा और कांग्रेस आमने-सामने आ गई हैं। सहारनपुर सांसद इमरान मसूद का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। इस वीडियो में सांसद इमरान मसूद स्वास्थ्य विभाग के किसी अधिकारी से बात करते हुए दिखाई देते हैं। इस वीडियो में वह कहते हैं कि गांव के लोग बहुत परेशान हैं अगर आशु मलिक ने माना किया है तो क्या वहां स्वास्थ्य शिविर नहीं लगेगा। आप शिविर लगाएं लोगों को परेशानी हो रही है। इस वीडियो के वायरल होने के बाद एक ऐसा मैसेज लोगों के बीच गया जैसे मानों विधायक आशु मलिक को अपने विधानसभा क्षेत्र को लोगों की फिक्र ना हो और सांसद इमरान मसूद ने लोगों तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने का काम किया हो।
सांसद इमरान मसूद वायरल वीडियों से हुआ हंगामा
इस वीडियो के वायरल होने के बाद राजनीति गरमा गई और आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया। सहारनपुर देहात विधानसभा क्षेत्र से विधायक और सपा नेता आशु मलिक ने प्रेस कांफ्रेस बुलाई और इमरान मसूद को भला बुरा कहते हुए सीधे जंग लड़ने की चेतावनी दे डाली। इसके बाद गंठबंधन को लेकर बयान बाजी होने लगी। सांसद इमरान मसूद ने देहात सीट पर कांग्रेस का प्रत्याशी उतारने की घोषणा कर दी। अब इमरान मसूद ने सभी सातोंं विधान सभा सीटों पर प्रत्याशी उतारने की घोषणा कर दी।
इमरान मसूद के सातों सीट पर घोषणा का साइड इफेक्ट
सांसद इमरान मसूद की इस घोषणा के बाद सपाइयों ने भी आस्तीनें चढ़ा ली और बयान-बाजी होने लगी। अब पूर्व विधायक माविया अली ने कहा है कि, सांसद इमरान मसूद भाजपा के एजेंट है। यह भी कहा कि सहारनपुर कांग्रेस और लखनऊ स्थित पांच कालीदास मार्ग के बीच गहरा नाता है। अगर मुख्यमंत्री कार्यालय के आगमन कार्यालय का रजिस्टर चेक करवाया जाए और इमरान मसूद की कॉल डिटेल निकलवाई जाएं तो साफ हो जाएगा कि इमरान मसूद और भाजपा के बीच गहरा नाता है। उधर इमरान मसूद ने आरोपो को सरासर गलत बताते हुए सस्ती लोकप्रियता हांसिल करने का तरीका मात्र बताया है।