कार को बचाने के प्रयास में हुआ हादसा
दोपहर करीब ढाई बजे, एक कंटेनर उदयपुर की ओर से आ रहा था। अनंता अस्पताल से अचानक एक कार मुख्य सड़क पर आ गई, जिसे बचाने के प्रयास में कंटेनर कार से टकरा गया और अनियंत्रित होकर सड़क के दूसरी ओर जा घुसा। इसी दौरान सामने से आ रहे एक अन्य ट्रोले से उसकी सीधी भिड़ंत हो गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कंटेनर का बॉडी हिस्सा डिवाइडर पर जाकर गिरा और उसमें आग लग गई। आग इतनी तेजी से फैली कि दूसरे ट्रोले ने भी आग पकड़ ली। तभी पीछे से नाथद्वारा की ओर से आ रहे तीसरे वाहन ट्रोले के टायरों में भी फैलती हुई आग पहुंच गई, जिससे वह भी जल उठा। प्लास्टिक ने बढ़ाई आग की तीव्रता
घटना में एक कंटेनर में प्लास्टिक का सामान भरा होने की बात सामने आई। भिडंत के बाद प्लास्टिक ने भी आग पकड़ ली, आग की लपटें और भीषण हो गईं। इसके साथ ही एक कंटेनर की डीजल टंकी फट गई, जिससे डीजल सड़क पर फैल गया और आग ने विकराल रूप ले लिया। देखते ही देखते एक कंटेनर व दो ट्रोले आग की चपेट में आ गए और पूरा राजमार्ग आग की लपटों से घिर गया।
ढाई घंटे तक जलते रहे, दमकल की पांच गाड़ियां मौके पर
घटना की सूचना मिलते ही टोल सुरक्षा टीम और देलवाड़ा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और दमकल को सूचित किया। नाथद्वारा, राजसमंद और उदयपुर से कुल पांच फायर ब्रिेगेड मौके पर पहुंची। भीषण आग को काबू पाने में ढाई घंटे से अधिक समय लगा। आग की भयावहता को देखते हुए मौके पर पानी के टैंकर भी मंगवाए गए। आग पर काबू पाने के बाद क्रेनों की मदद से जले हुए वाहनों को हटाया गया, जिससे राजमार्ग यातायात के लिए दोबारा खोला जा सका।
जिंदा जला कंटेनर चालक, क्लीनर गंभीर रूप से झुलसा
कार को बचाने के प्रयास में विपरीत दिशा में कंटेनर मोड़ने वाला चालक, अलवर निवासी वजीम (22) बुरी तरह से कंटेनर में फंस गया और जिंदा जल गया। वहीं उसके साथ मौजूद क्लीनर मगनलाल मीणा (24), निवासी इंटाली खेड़ा सलूम्बर गंभीर रूप से झुलस गया। उसके दोनों हाथ और सीना जल चुका है। उसे तत्काल पास ही स्थित अनंता अस्पताल में भर्ती कराया गया।