प्रार्थी इंद्रजीत सिंह निवासी अनुपम नगर की 2015 में मकाउ में संदीप सिंह राजपूत से मुलाकात हुई थी। दोस्ती गहरी हुई और मोबाइल से बात होती रही। इसी दौरान संदीप के पिता सुरेन्दर सिंह ने खुद को ज्वेलरी व्यवसायी बताते हुए हर महीने ढाई से तीन लाख रुपए मुनाफे का झांसा दिया। झांसे में आए प्रार्थी ने अपने और अपनी मां के बैंक खातों से अलग-अलग खातों में कुल 1 करोड़ 53 लाख 60 हजार रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिए।
आरोपी ने रकम अलग-अलग अकाउंट्स में मंगवाकर
ठगी को अंजाम दिया। बसंतपुर थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए सुरेन्दर सिंह को हिरासत में लेकर पूछताछ की, जहाँ उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। टीआई एमन साहू ने बताया कि प्रार्थी को लगातार मुनाफे का लालच देकर फर्जी व्यापार योजना में फंसाया गया। मामले में अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। बताया कि आरोपी को रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।