वहीं इस बीच भाजपा के उत्तर मंडल अध्यक्ष सुमीत भाटिया व कार्यालय मंत्री आकाश चोपड़ा के बीच हाथापाई की नौबत आ गई। उत्तर मंडल के अध्यक्ष भाटिया का कहना है कि आकाश सीनियर नेताओं के आगे-आगे चल रहा था। वरिष्ठों का समान करते हुए पीछे हटने कहा गया था, बस इसी बात पर कहासुनी हुई है।
भारतीय जनता पार्टी की रीति-नीति पर सवाल
भाटिया ने कहा कि यह संगठन स्तर का मसला है। इसलिए समझाइश दे दी गई है। वहीं तिरंगा यात्रा के दौरान हुए इस विवाद ने अनुशासित कहे जाने वाली भारतीय जनता पार्टी की रीति-नीति पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पार्टी के सीनियर नेताओं के सामने इस तरह विवाद होने से गुटबाजी भी सामने आ रही है।
भाजपा के कार्यालय मंत्री आकाश का कहना है कि यह रैली आम नागरिकों के माध्यम से निकाली गई थी। सभी को अधिकार है कि वे रैली में उत्साह से भाग लें। किसी को नाम लेकर पीछे हटने का निर्देश देना कहां तक उचित है। जबकि रैली में सैकड़ों लोग चल रहे थे।