मुख्यमंत्री ने चिंता जताई कि सामान्य लोग, खासकर ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों के नागरिक, धोखाधड़ी करने वालों के आसान शिकार बन जाते हैं। कई बार लोग अनजाने में ओटीपी साझा कर लेते हैं, फर्जी कॉल पर विश्वास कर लेते हैं, या फिर किसी लिंक पर क्लिक कर देते हैं, जिससे उनकी मेहनत की कमाई पलभर में खाली हो जाती है।
Cyber Fraud in CG: Cyber Fraud से बचाव की पहल
इसी समस्या से निपटने और लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने अपनी कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (CSR) पहल के तहत एक अनूठा कदम उठाया है। इस पहल के अंतर्गत एक विशेष वाहन तैयार किया गया है, जो आधुनिक तकनीक से सुसज्जित है। इसमें एक बड़ी LED स्क्रीन, ऑडियो-विज़ुअल सिस्टम और कला मंडली शामिल है, जो नाटक, गीत और संवाद के माध्यम से लोगों को साइबर अपराध से बचाव के उपाय बताएंगे। यह वाहन राज्य के सभी 33 जिलों में जाएगा और वहां के ग्रामीण इलाकों, कस्बों और शहरों में लोगों से सीधे संवाद करेगा। स्क्रीन पर साइबर
धोखाधड़ी के वास्तविक उदाहरण, जागरूकता संबंधी लघु फिल्में और सुरक्षा से जुड़े संदेश दिखाए जाएंगे। वहीं, कला मंडली स्थानीय बोली और सांस्कृतिक शैली में नाटक प्रस्तुत कर लोगों को समझाएगी कि किस तरह के कॉल, मैसेज या लिंक से बचना चाहिए, और यदि कोई धोखाधड़ी का प्रयास करता है तो तुरंत पुलिस और बैंक को सूचित करना चाहिए।
छत्तीसगढ़ में बड़ा अभियान शुरू
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि यह पहल राज्य के
नागरिकों को साइबर सुरक्षा के महत्व से अवगत कराने में मील का पत्थर साबित होगी। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे कभी भी अपना ओटीपी, पिन, पासवर्ड या बैंक विवरण किसी के साथ साझा न करें और किसी भी संदिग्ध कॉल या लिंक पर तुरंत सतर्क हो जाएं।
इस अभियान का उद्देश्य केवल जागरूकता फैलाना ही नहीं, बल्कि समाज में डिजिटल सुरक्षा की आदतें विकसित करना भी है। जैसे-जैसे छत्तीसगढ़ डिजिटल प्रगति की ओर बढ़ रहा है, वैसे-वैसे साइबर सुरक्षा सुनिश्चित करना और भी जरूरी हो गया है।