युवाओं को ज्यादा से ज्यादा तकनीकी क्षेत्र में मौका उपलब्ध कराने के उद्देश्य से इस प्लान को महापौर मीनल चौबे ने अपने पहले बजट में शामिल किया है, जिस पर काम होना है। पूरा प्लान तैयार किया गया है। करीब 40 करोड़ की लागत से तेलीबांधा में अभी जिस जगह कृष्णकुंज हैं, उसी परिसर में
नगर निगम का यह टेक्निकल टॉवर बनेगा, जहां युवाओं के लिए को-वर्किंग स्पेस की सुविधा मिलेगी। महापौर परिषद की बैठक में इस एजेंडे पर मुहर लग गई है। सामान्य सभा में पास होते ही इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू होगा।
राजधानी के अनुरूप ऐसी सुविधाओं की जरूरत है, क्योंकि आईटी सेक्टर तेजी से आगे बढ़ रहा है। हमारे यहां भी बेंगलूरु, हैदराबाद, पुणे जैसी आईटी सिटीज की सुविधाएं और इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। ट्रेड एंड आईटी टॉवर बनने से एक अच्छा माहौल निर्मित होगा। जिन शहरों में आईटी हब विकसित हुए हैं और आईटी कंपनियां आई हैं, वहां तेजी से तरक्की हुई है। कॉर्पोरेट हो या आईटी सेक्टर के युवाओं को आगे बढ़ने का अच्छा अवसर मिलेगा।
ऐसा दिखेगा जी प्लस 9 फ्लोर का ट्रेड एंड आईटी टॉवर
जी प्लस 9 फ्लोर के ट्रेड एंड आईटी टॉवर की डिजाइन की गई है। इसमें दो बेसमेंट पार्किंग की सुविधा होगी। फायर फाइटिंग, एयर कंडिशनिंग, लैंड स्केपिंग एवं ग्रीन स्पेस की सुविधाएं। लोवर और अपर ग्राउंड में पार्किंग, फस्ट फ्लोर में को-वर्किंग स्पेस, सेकंड में ऑडिटोरियम, तीसरे में रूफ टॉप रेस्टोरेंट, चौथे और पांचवें फ्लोर में कार्पोरेट ऑफिस, छठवें फ्लोर में क्लब हाउस और 7वें और 8वें फ्लोर में होटल की सुविधा होगी। यहां मल्टी नेशनल कंपनियों, उद्योग क्षेत्र के लोग रुक सकेंगे।