सांसद ने दावा किया कि उन्होंने जिला प्रशासन के अधिकारियों को बुलाकर कहा है कि गांव को हटाया न जाए। उन्होंने यह भी कहा है कि विधायक कॉलोनी कुछ हटाए बिना भी बनाई जा सकती है। लगभग 7 साल पहले भी इश्यू आया था और उस समय मैंने उस गांव को उजड़ने से बचाया था। मुझसे एक-दो दिन पहले उस गांव के लोग आकर मिले थे तो मैंने उन लोगों को इस बात का विश्वास दिया है कि आपके घर नहीं तोड़े जाएंगे।
मेरी जानकारी में 15 घर प्रधानमंत्री आवास में बने हैं, इसलिए किसी को भी बेघर नहीं किया जाएगा, किसी का घर तोड़ा नहीं जाएगा। अधिकारियों से मेरी चर्चा हो गई है। बता दें कि पिछले दिनों ग्रामीणों को एसडीएम से नोटिस मिलने के बाद ग्रामीणों ने उग्र प्रदर्शन किया था। इस दौरान महिलाओं ने क्षेत्र के
विधायक से लेकर सांसद तक के लिए भी अपशब्द बोले थे।
नकटी गांव में कच्चे-पक्के मिलाकर करीब 80 घर
नकटी गांव में कच्चे और पक्के मिलाकर करीब 80 घर बने हैं। इन घरों में साहू, यादव और सतनामी समुदाय के करीब 300 लोग लोग रहते हैं। ये लोग खेती किसानी और मजदूरी करते हैं। साथ ही बच्चे स्कूल जाते हैं, लेकिन अभी महिलाएं और बच्चे धरने पर बैठे हैं।