Fraud News: पत्रिका की पड़ताल में खुलासा
मनोज के खिलाफ निजी क्लीनिक संचालक चेस्ट विशेषज्ञ डॉ. बी. बालाकृष्ण ने ठगी के आरोप में एफआईआर दर्ज कराई है। पत्रिका की पड़ताल में पता चला है कि चावला सीनियर प्रोफेसर के दोस्त के बहाने कई डॉक्टरों से इन्वेस्टमेंट के नाम पर संपर्क किया। उन्हें बड़े फायदे का लालच भी दिया। सीनियर प्रोफेसर व चावला कई बार बाहर घूमते हुए भी पाए गए हैं। डॉक्टरों के अनुसार कुछ डॉक्टर झांसे में आने वाले भी थे, लेकिन करीब 6 माह पहले एक व्यक्ति से एक करोड़ रुपए की ठगी के आरोप में मनोज पर सिविल लाइन थाने में एफआईआर दर्ज हुई थी। इसके बाद डॉक्टरों का मन बदल गया। सीनियर प्रोफेसर के बारे में जानकारी है कि उन्होंने भी अपनी दोस्ती का हवाला देकर कई डॉक्टरों को इन्वेस्टमेंट के लिए कहा था। सीनियर प्रोफेसर रसूखदार है और कई डॉक्टरों को शेयर बाजार में इन्वेस्ट करने के लिए कहता था।