राजधानी के हमिंग कोटरी सोसायटी कचना में सावन सेलिब्रेशन का आयोजन किया गया। इसमें सोसायटी की महिलाओं ने हरित श्रृंगार के साथ ही डांस परफार्मेन्स भी दी। साथ ही सावन सुंदरी का चुनाव भी किया गया।
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राजधानी में सावन उत्सव का समय हैं। महिलाएं और युवतियां सावन के सेलिब्रेशन का आंनद ले रहे हैं। शहर के सोसायटी और कॉलोनियों में सावन के अवसर पर कई आयोजन किये जा रहे है। इस अवसर पर कई प्रतियोगिताएं भी रखे जा रहे हैं। वही कई ऐसे समूह है जो घर से बाहर सावन का उत्सव मनाने पिकनिक पर निकल रहे है।
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राजधानी के दलदल सिवनी साइंस सेंटर गार्डन में द्वारिका विहार कालोनी की महिलाओं ने सावन उत्सव का आयोजन किया। सावन महोत्सव के अवसर पर महिलाओं ने सुआ नृत्य, सावन झुला, हरेली मिलन ,लोक नृत्य किया।
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सभी सदस्य छत्तीसगढ़ी वेशभूषा में रंगे नजर आए। इस उत्सव में भुनेवश्वरी कश्यप .गायत्री साहू ,नेहा राजपूत , बिन्दु ठाकुर, माहि सोनवानी ,पुष्पा वर्मा , स्मिता बेहुरिया, पिंकी साहू ,पिंकी नाहक ,चित्तू, सीता वर्मा, लिली साहू ,मीनू देवांगन सहित अन्य महिलाएं शामिल हुई।
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सावन सेलिब्रेशन के दौरान डांस करती महिलाए
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उत्कल विप्र महिला समाज सावन श्रृंगार रायपुर। सावन के महीने में महिलाओं का सोलह श्रृंगार करना शुभ माना जाता है, खासकर सुहागिन महिलाओं के लिए। यह श्रृंगार भगवान शिव और माता पार्वती को प्रसन्न करने और अखंड सौभाग्य के लिए किया जाता है। सावन में हरी चूड़ियां, मेहंदी, हरे रंग की साड़ी, सिंदूर, काजल, और अन्य गहने महिलाओं के श्रृंगार का हिस्सा होते हैं। सावन के पावन माह में उत्कल विप्र महिला समाज की ओर से नगर के दौलत वाटिका के कला मंच में चौथे वर्ष सावन श्रृंगार उत्सव का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम विशेष रूप से विवाहित महिलाओं के लिए आयोजित किया गया था । जिसका थीम था हरीतिमा के साथ सोलह श्रृंगार। इस आयोजन का उद्देश्य उन प्रतिभाशाली घरेलू महिलाओं को मंच देना था, जिन्हें आमतौर पर अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर नहीं मिल पाता। इस मौके पर प्रतिभागियों ने पारंपरिक परिधानों में सज-धजकर उत्साहपूर्वक भाग लिया और गीत, नृत्य, अंताक्षरी और पेपर डांस जैसे कार्यक्रमों में अपनी कला का प्रदर्शन किया। अंत में सबने स्मृति स्वरूप वृक्षारोपण किया। यह जानकारी उत्कल विप्र महिला समाज की अध्यक्ष निवेदिता मिश्रा ने दी।