कार्यक्रम में मुख्यमंत्री साय ने कहा, ‘
छत्तीसगढ़ अंजोर विजन ञ्च 2047 केवल एक दस्तावेज़ नहीं, बल्कि एक संकल्प है, एक विजन है, जो हमें आत्मनिर्भर,समृद्ध और विकसित भारत के निर्माण की दिशा में अग्रसर करेगा। उन्होंने कहा, छत्तीसगढ़ का विजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत ञ्च 2047 के संकल्प से प्रेरित है, और छत्तीसगढ़ कोे भारत के सबसे अग्रणी राज्यों में शामिल करने की दिशा में मार्गदर्शन देगा। उन्होंने कहा, हमारा मुख्य उद्देश्य राज्य के हर कोेने में विकास को पहुंचाना है, जिसके लिए जिला-स्तरीय विशेषताओं पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा ताकि संतुलित क्षेत्रीय विकास सुनिश्चित हो सके। सीएम ने कहा, 2047 में जब भारत अपनी स्वतंत्रता के 100 वर्ष पूरे करेगा, तब हमारा सपना है कि छत्तीसगढ़ देश के सबसे विकसित राज्यों में से एक बने।
विजन में विजन डाक्यूमेंट में अगले पांच वर्षों में राज्य की अर्थव्यवस्था के आकार को दोेगुना करने का लक्ष्य रखा है। 2047 तक राज्य की जीडीपी में 15 गुना वृद्धि, प्रति व्यक्ति आय में 10 गुना वॄद्धि करेंगे। छत्तीसगढ़ को उद्योग,सेवा, स्वास्थ्य, शिक्षा और इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश का प्रमुख केंद्र बनाया जाएगा। 5000 से अधिक स्मार्ट विलेज और 10 से अधिक स्मार्ट सिटी का निर्माण किया जाएगा। छत्तीसगढ़ को आईटी हब बनाया जाएगा। हमारी योेजना मेें सेवा क्षेत्र में नए अवसरों को बढ़ावा देना, छत्तीसगढ़ को आईटी और पर्यटन के क्षेत्र में अग्रणी बनाना, और लाजिस्टिक क्षेत्र में हमारे भौगोलिक स्थिति का लाभ का उठाना शामिल हैं। इससे राज्य में विकास और रोजगार के नए रास्ते खुलेेंगे।
अंजोर विजन 2047 प्रमुख लक्ष्य राज्य की जीडीपी में 15 गुना वृद्धि (5.12 लाख करोड़ से बढ़कर 75 लाख करोड़) कृषि जीडीपी में 11 गुना वृद्धि (98 हजार करोड़ से बढ़कर 11 लाख करोड़)
उद्योग जीडीपी में 11.5 गुना वृद्धि (2.13 लाख करोड़ से बढ़कर 26 लाख करोड़) सेवा क्षेत्र जीडीपी में 21 गुना वृद्धि (1.72 लाख करोड़ से बढ़कर 37.5 लाख करोड़) मातृ मृत्यु दर में 14 गुना कमी (137 से घटकर 10 से कम)
तकनीकी प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले में 17 गुना वृद्धि (03 प्रतिशत से बढ़कर 50 प्रतिशत से अधिक) शिशुओं के बौनेपन में 3.4 गुना कमी (34.6 से घटकर 10 प्रतिशत से कम) नवीकरणीय ऊर्जा के हिस्से में 4.1 गुना वृद्धि (16 प्रतिशत से बढ़कर 66 प्रतिशत)