मैं भारत के लिए और भी रेकॉर्ड लाना चाहती हूं। पिछले महीने भी नमी ने नेशनल चैंपियनशिप में गोल्ड जीता था। खास बात यह है कि उन्होंने एक बहू के रूप में खेलों में खुद को साबित किया है। वे मानती हैं कि बेटियां अगर सपोर्ट पाएं, तो असंभव कुछ भी नहीं। उन्होंने आगे कहा कि मेरा
गोल्ड मेडल का सिलसिला यहीं रुकने वाला नहीं है। मेरा लक्ष्य है कि मैं भविष्य में भी अंतरराष्ट्रीय खेलों में गोल्ड मेडल जीतकर रिकॉर्ड तोडूं।
नमी ने प्रदेश की बेटियों को प्रेरित करते हुए कहा कि जो खेल आपको पसंद है, उसमें पूरी मेहनत और लगन के साथ आगे बढ़ें। मैं एक बहू होकर गोल्ड मेडल लाई हूं, तो बेटियां तो और भी बेहतर कर सकती हैं। नमी ने अपने परिवार के समर्थन को अपनी सफलता का आधार बताया। उन्होंने कहा कि मुझे मेरे परिवार से बहुत सपोर्ट मिला। मैं सभी माता-पिता से अपील करती हूं कि वे अपने बच्चों को सपोर्ट करें और उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करें।